आपराधिक गिरोहों से निपटेगी जिला पुलिस की स्पेशल टीम
पेशेवर अपराधियों से निपटने के लिए जिला पुलिस की स्पेशल टीम बनाई जाएगी। यह टीम ऐसे आपराधिक गिरोह के खिलाफ टारगेटेड कार्रवाई करेगी जो लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे...
पेशेवर अपराधियों से निपटने के लिए जिला पुलिस की स्पेशल टीम बनाई जाएगी। यह टीम ऐसे आपराधिक गिरोह के खिलाफ टारगेटेड कार्रवाई करेगी जो लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। शुक्रवार को डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डे ने क्राइम कंट्रोल पर रेंज आईजी-डीआईजी और जिलों के एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान क्राइम कंट्रोल के लिए पुलिस अधिकारियों को कई टॉस्क सौंपे गये।
डीजीपी ने जिला पुलिस को निर्देश दिया कि वह हर पेशेवर गिरोह पर कार्रवाई के लिए विशेष पुलिस टीम बनाए। यह टीम गिरोह में शामिल अपराधियों की पहचान करने से लेकर गिरोह के खात्मे के लिए कार्रवाई करेगी। इसे दूसरे काम में नहीं लगाया जाएगा। इसके अलावा यह टीम गिरोह के संबंध में खुफिया जानकारी भी इक्ट्ठा करेगी। जिले में हर पेशेवर गिरोह पर कार्रवाई के लिए अलग-अलग टीम को जिम्मेदारी दी जाएगी।
मुलाकातियों पर रहेगी नजर
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिला पुलिस को जेलों के पास निगरानी रखने को कहा गया है। जेल में बंद कुख्यातों से कौन मिलने-जुलने आता है इसपर पुलिस नजर रखेगी। ऐसे कैदियों के संबंध में खुफिया जानकारी भी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं जेल से बाहर आए शातिर क्या कर रहे हैं इसकी जानकारी इक्ट्ठा करने को कहा गया है। पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि शातिर जेल से बाहर आने के बाद कहीं आपराधिक घटनाओं को अंजाम तो नहीं दे रहा। जमानतदारों का सत्यापन होगाक्राइम कंट्रोल के लिए अपराधियों के जमानतदारों का सत्यापन करने को भी कहा गया है। जमानतदार फर्जी तो नहीं है इसकी जांच की जाएगी। यदि ऐसा कुछ मिलता है तो पुलिस बेल रद्द कराने की पहल करेगी।
दुर्गा पूजा पर सुरक्षा तैयारियों का भी लिया जायजा
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पुलिस मुख्यालय ने दुर्गा पूजा और दशहरा को लेकर सुरक्षा तैयारियों का भी जायजा लिया। जिला पुलिस को जहां जरूरतों के मुताबिक अतिरिक्त बल मुहैया कराने को लेकर आश्वस्त किया गया, वहीं उन्हें यह भी हिदायत दी गई कि सुरक्षा तैयारियों में कोई ढिलाई न रहे।
अपराध नियंत्रण और दुर्गा पूजा की सुरक्षा तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चर्चा हुई। इस दौरान फील्ड के अफसरों को कई टॉस्क सौंपे गए हैं।
- जितेन्द्र कुमार, एडीजी मुख्यालय