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सिपाही भर्ती : नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख की ठगी

खुद को पुलिस अधिकारी बताकर सिपाही की नौकरी दिलाने के नाम पर गोपालगंज के बैकुंठपुर निवासी राजा कुमार कुशवाहा से आठ लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश...

सिपाही भर्ती : नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख की ठगी
हिन्दुस्तान टीम,पटनाMon, 06 Dec 2021 03:01 AM
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खुद को पुलिस अधिकारी बताकर सिपाही की नौकरी दिलाने के नाम पर गोपालगंज के बैकुंठपुर निवासी राजा कुमार कुशवाहा से आठ लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। इसमें पुलिस महकमे में कार्यरत सिपाही मुमताज और उसके बेटे एजाज खान उर्फ खुर्शीद आलम की मिलीभगत का आरोप है। पीड़ित की ओर से इस मामले में आरोपित बाप-बेटे के खिलाफ एसकेपुरी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एसकेपुरी थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि ठगी के इस मामले में केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

पैसा देने पर नहीं मिली नौकरी

पीड़ित के मुताबिक वह एसकेपुरी थाना क्षेत्र के राजापुल किस्टो कॉम्प्लेक्स गेट नंबर 28 के पास शंभू सिंह के मकान में किराए पर रह कर वर्ष 2019 में निकली सिपाही भर्ती की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात एजाज खान उर्फ खुर्शीद आलम से हुई, जो अपने आप को पुलिस अधिकारी बताया और कहा कि हमारे मार्गदर्शन में रहकर तैयारी करो तो तुम्हें नौकरी दिला दूंगा। उसका हाव-भाव और रहन-सहन भी पुलिस अधिकारी जैसा ही था। उसके पिता एएसआई मुमताज खान पुलिस महकमे में कार्यरत थे। एसआई मुमताज खान और उसके बेटे एजाज खान के मार्गदर्शन में हम तैयारी करने लगे। जब सिपाही भर्ती की परीक्षा होने लगी तब एजाज खान अपने पिता मुमताज खान के सामने हमें बुलाया और कहा कि एग्जाम के लिए पैसा देना पड़ेगा, नहीं तो काम नहीं होगा। एक पुलिस अधिकारी के सामने इस तरह की बात कहे जाने पर हमें विश्वास हो गया कि यह लोग हमें धोखा नहीं देंगे। इसके बाद मुमताज खान और एजाज खान ने हमसे और हमारे दोस्त मुन्ना राम से पांच-पांच लाखों रुपए देने की बात कही। मैं उनके खाते में 6 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिया और दो लाख रुपये नगद दिया। पैसा लेने के बाद भी मेरी नौकरी नहीं हो पाई। जब हम लोग मुमताज खान के पास पैसा वापस लेने गए तो उन्होंने मुझे डांट कर भगा दिया।

बिहार छोड़ भाग गया ठगी का आरोपित

पीड़ित के मुताबिक 30 नवंबर की सुबह मैं पटना पुलिस लाइन के बाहर गेट नंबर 2 के पास से गुजर रहा था, तभी आरोपित एजाज खान होंडा सिटी कार में नजर आया। उसे पकड़ने के लिए जब मैंने पीछा किया तो आरोपित अपनी गाड़ी छोड़कर पैदल ही पुलिस लाइन में घुस गया। उसके बाद उसका कोई पता नहीं चला। अपनी गाड़ी और मोबाइल लावारिस छोड़ कर एजाज खान के भागने के बाद हम लोग गाड़ी और मोबाइल बुद्धा कॉलोनी थाने में जाकर जमा करवा दिए। पता चला है कि ठगी का मुख्य आरोपित एजाज खान बिहार छोड़कर भाग गया है, जबकि उसके पिता पुलिस की धौंस दिखाकर झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी भी देते हैं। पीड़ित का कहना है कि मेरे पास आरोपितों की कई फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें वह पैसा लेने और काम करवाने की बात को स्वीकार रहे हैं।

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