बिहार-झारखंड में बढ़ी गांजा-चरस की जब्ती
बिहार-झारखंड में गांजा और चरस की जब्ती बढ़ गई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने पटना और रांची जोन में मादक पदार्थों की बरामदगी और उससे जुड़ी...
बिहार-झारखंड में गांजा और चरस की जब्ती बढ़ गई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने पटना और रांची जोन में मादक पदार्थों की बरामदगी और उससे जुड़ी अन्य रिपोर्ट साझा की है। पिछले साल पटना जोन में 4892 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया था, मगर इस साल जून तक ही 4826 किलोग्राम से अधिक गांजा जब्त किया जा चुका है।
एनसीबी की रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2019 में पटना जोन में महज 33.3 किलोग्राम चरस पकड़ा गया था, जबकि 2020 में बढ़कर यह 103 किलोग्राम हो गया। इस साल छह माह में ही 48.8 किलोग्राम चरस की जब्ती की गई है। अफीम की खेती का दायरा भी बढ़ रहा है। वर्ष 2018-19 में पटना जोन में 158 एकड़ क्षेत्र में अफीम की अवैध खेती पकड़ी गई थी। वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा बढ़कर 470 एकड़ हो गया। वहीं 2020-21 में 578 एकड़ से अधिक के इलाके में अफीम की अवैध खेती पकड़ी गई है। रांची सब-जोन में 2020 में 1532 किलाग्राम गांजा जब्त किया गया था जबकि इस साल छह माह में ही 2534 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया है। एनसीबी ने पिछले साल मादक पदार्थों की तस्करी में जुड़े 40 लोगों को गिरफ्तार किया था वहीं इस वर्ष अबतक 36 गिरफ्तारी हो चुकी है।
सितारों की मदद से जागरूकता कार्यक्रम
मादक द्रव्य पदार्थों के दुष्प्रभाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एनसीबी फिल्मी सितारों और गायकों की मदद ले रहा है। जानेमाने कलाकार पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा, रतन राजपूत व गायिका मैथिली ठाकुर ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो संदेश भी जारी किया है।
एनसीबी-पटना जोन की कार्रवाई
वर्ष गिरफ्तारी गांजा अफीम चरस
2015 12 12 1.96 2.02
2016 18 496 8.18 31.5
2017 38 14,801 5.45 114
2018 79 6410 5.5 212
2019 67 6670 7.5 33
2020 40 4892 15 103
2021 (जून)38 4826 5.25 48.8
(गांजा, अफीम, चरस की मात्रा किलो में )