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हाजीपुर : गोरौल में आरटीआई कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या

हाजीपुर में हवलदार की हत्या के दूसरे दिन गोरौल में एक आरटीआई कार्यकर्ता जयंत की गोली मारकर की गयी हत्या से पूरा जिला सन्न है। दुखद तो यह कि जयंत पिछले कई महीनों से तमाम पदाघिकारियों और मानवाधिकार...

हाजीपुर : गोरौल में आरटीआई कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या
हिन्दुस्तान टीम,पटनाThu, 05 Apr 2018 10:00 AM
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हाजीपुर में हवलदार की हत्या के दूसरे दिन गोरौल में एक आरटीआई कार्यकर्ता जयंत की गोली मारकर की गयी हत्या से पूरा जिला सन्न है। दुखद तो यह कि जयंत पिछले कई महीनों से तमाम पदाघिकारियों और मानवाधिकार आयोग से गुहार लगा रहा था कि उसकी जान पर खतरा है। इस घटना में एक महिला जनप्रतिनिधि के पति भी गोली लगने से घायल हुईं। घायल को गोरौल पीएचसी में भर्ती कराया गया जहां से उसे हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और परिजन घटनास्थल पर पहुंचे।

गोरौल थाना क्षेत्र के इनायत नगर में एक चाय की दुकान पर बुधवार की दोपहर बाइक सवार अपराधियों ने उसकी तब गोली मारकर हत्या कर दी जब वह चाय पी रहे थे। अपराधियों ने उसके सिर में गोली मारी जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी। मृतक इनायतनगर पंचायत के व्यासचक निवासी पंचायत समिति सदस्या सावित्री देवी का पुत्र थे। इलाके में वह आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में जाने थे। आरटीआई के तहत अपनी पंचायत से जुड़े मसलों के अलावा गोरौल के तत्कालीन थानाप्रभारी दिलीप सिंह की संपत्ति का ब्योरा भी मांगा था और तबसे वह उनके द्वारा हत्या कर देने की धमकी दिए जाने का आरोप लगाते हुए तमाम अधिकारियों , पीएम, मानवाधिकार आयोग आदि को पत्र लिख रहा था।

मृतक गांव एवं पंचायत की समस्याओं को लेकर प्रखंड परिसर में धरना भी दे चुका था । एक एमएलसी और उसके भाई के संबंध में भी सूचनाएं मांगी थी। किसने हत्या की या करायी , यह जांच के बाद पता चलेगा। फिलहाल, यही माना जा रहा है कि दो दर्जन से अधिक मामलों में सूचनाएं मांगने के कारण संबंधित लोगों की नाराजगी उसे झेलनी पड़ रही थी।

पंचायत की उपमुखिया मुन्नी देवी के पति अरविन्द सिंह उर्फ़ भद्र सिंह की भी बांह में गोली लगी है। घटना की खबर मिलते ही आस -पास के लोगों ने मुख्य सड़क को जाम कर दिया और अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की। घटना की सूचना पर महुआ एसडीओ विनोद कुमार एवं एसडीपीओ अनंत कुमार ने पहुंचकर सड़क जाम कर रहे लोगों को समझाया। लगभग तीन घंटे के बाद जाम हटा। एसडीपीओ ने अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। जाम टूटते ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेजा ।

मृतक आरटीआई कार्यकर्ता था, यह जानकारी नहीं है। लेकिन उसके खिलाफ लूट, रंगदारी, हत्या की कोशिश और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने जैसे आठ मामले दर्ज थे। उसकी हत्या हुई है और इसके पीछे जिन लोगों का भी हाथ है, उनकी जल्द पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।

-- राकेश कुमार , एसपी वैशाली

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