बिहार में लोकतंत्र की जड़ें काफी गहरी : टंडन
राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि वैशाली लोकतंत्र की जननी है। बिहार में जनतंत्र की जड़ें काफी गहरी तथा यहां जनतांत्रिक सिद्धांतों, परम्पराओं और मर्यादाओं का भरपूर सम्मान है। राज्यपाल ने ये बातें शनिवार को...
राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि वैशाली लोकतंत्र की जननी है। बिहार में जनतंत्र की जड़ें काफी गहरी तथा यहां जनतांत्रिक सिद्धांतों, परम्पराओं और मर्यादाओं का भरपूर सम्मान है। राज्यपाल ने ये बातें शनिवार को राजभवन में उनसे शिष्टाचार मुलाकात करने पहुंचे विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी से बातचीत के दौरान कहीं। उन्होंने विधानसभा के मौलिक पहल की प्रशंसा की।
राज्यपाल को श्री चौधरी ने बिहार विधानसभा के गठन, बजट समेत तीन नियमित सत्रों, गतिविधियों तथा कार्यसंचालन नियमावली आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ‘प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली के नियम 109 (क) का उल्लेख किया और कहा कि इसे हाल ही में नियमावली में शामिल किया गया है। नियम 109 में ‘अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करने का उल्लेख तो पहले से था, लेकिन विश्वासमत के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने का प्रावधान नहीं था। उन्होंने बताया कि नियमावली में शामिल इस व्यवस्था के तहत ही वर्तमान सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में विश्वासमत के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। विस अध्यक्ष ने इसे बिहार विधानसभा की अनूठी पहल बताया। कहा कि ऐसी व्यवस्था लोकसभा कार्य संचालन नियमावली में भी नहीं है।
श्री चौधरी ने विश्वास व्यक्त किया कि राज्यपाल के व्यापक समाजिक-राजनीतिक अनुभवों का लाभ बिहार विधान मंडल को भी मिलेगा। राज्यपाल से पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री संजय पासवान, मगध, मुंगेर व बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ कई लोगों ने भी मुलाकात की।