ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार पटनास्थापना के 22 साल बाद भी दूसरा नेता नहीं खोज पाया राजद : मोदी

स्थापना के 22 साल बाद भी दूसरा नेता नहीं खोज पाया राजद : मोदी

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राजद जैसी परिवारवादी पार्टी में ही यह मुमकिन हुआ कि संस्थापक लालू प्रसाद लगातार 11वीं बार अध्यक्ष चुन लिये गए। पार्टी 22 साल में कोई दूसरा नेतृत्वकर्ता...

स्थापना के 22 साल बाद भी दूसरा नेता नहीं खोज पाया राजद : मोदी
हिन्दुस्तान टीम,पटनाThu, 05 Dec 2019 07:56 PM
ऐप पर पढ़ें

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राजद जैसी परिवारवादी पार्टी में ही यह मुमकिन हुआ कि संस्थापक लालू प्रसाद लगातार 11वीं बार अध्यक्ष चुन लिये गए। पार्टी 22 साल में कोई दूसरा नेतृत्वकर्ता नहीं खोज पायी। शीर्ष पद के लिए जो एकमात्र नामांकन हुआ, उसमें पत्नी-पुत्र उनके प्रस्तावक बने।

ट्वीट कर कहा कि आंतरिक लोकतंत्र का ऐसा उपहास केवल राजद में ही दिख सकता है। चौधरी देवीलाल ने कहा था कि लोकतंत्र तो लोकलाज से चलता है। राजद का लोकतंत्र लोकलाज के बिना ही चलता है, इसलिए उसे चारा घोटाले में सजायाफ्ता व्यक्ति के नेतृत्व में ही अगला चुनाव लड़ने की मजबूरी पर न कोई शर्म आती है, न उसके युवराज को खुद ही सीएम-उम्मीदवार घोषित करने में कोई अहंकार नजर आता है। जिस कथित महागठबंधन का नेतृत्व करने का दावा राजद करता है, उसके घटकों से राय करने का शिष्टाचार भी जिन्हें जरूरी नहीं लगता, वे क्या ऐसे अलोकतांत्रिक रवैये से बिहार पर राज करने का सपना देख रहे हैं?

विधेयक का स्वागत होना चाहिए

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि पड़ोस के इस्लामिक, धार्मिक राष्ट्रों में फैली धार्मिक घृणा-हिंसा और जबरन धर्मान्तरण के शिकार हिंदू, ईसाई, पारसी जैसे गैरमुसलिम समुदायों को भारत में शरण देने के बाद उन्हें नागरिकता देने के लिए लाए जाने वाले बिल का सबको स्वागत करना चाहिए। लेकिन राहुल गांधी और उनके समर्थक दल इसका विरोध कर रहे हैं। ये वही राहुल गांधी हैं, जो गुजरात-कर्नाटक में चुनाव से पहले जनेऊ पहन कर मंदिरों-मठों में दर्शन-पूजन करते हैं, लेकिन मुसलिम देशों में प्रताड़ित हिंदुओं-ईसाइयों को भारतीय नागरिकता का संबल देने की पहल का विरोध करने में ओवैसी की भाषा बोलते हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें