पुलिस का दावा, अपराध में आई 12 फीसदी कमी
पुलिस ने दावा किया कि बिहार में अपराध की घटनाओं में कमी आई है। एडीजी मुख्यालय एसके सिंघल ने आंकड़ों का हवाला देते हुए इसका दावा किया है। कहा कि जुलाई के मुकाबले अगस्त में संज्ञेय अपराध में 12.07...
पुलिस ने दावा किया कि बिहार में अपराध की घटनाओं में कमी आई है। एडीजी मुख्यालय एसके सिंघल ने आंकड़ों का हवाला देते हुए इसका दावा किया है। कहा कि जुलाई के मुकाबले अगस्त में संज्ञेय अपराध में 12.07 प्रतिशत की कमी आयी है।
पुलिस मुख्यालय स्थित अपने कक्ष में सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में श्री सिंघल ने कहा कि जुलाई के मुकाबले अगस्त में अपराध के 13 शीर्ष में 10 में कमी दर्ज की गई है। डकैती में 53.85 तो लूट में 29.34 प्रतिशत की कमी आई है। गृह भेदन (5.18%), साधारण दंगा (11.17%), भीषण दंगा (60%), साधारण अपहरण (13.9%), दुष्कर्म (31.82%), अनुसूचित जाति एवं जनजाति के खिलाफ अपराध (12.18%) व महिला उत्पीड़न की वारदातों में 12.45 प्रतिशत की कमी हुई है।
श्री सिंघल ने स्वीकार किया है कि हत्या और चोरी की घटनाओं में इस दौरान वृद्धि हुई है। उनके मुताबिक हत्या में 1.43 और चोरी में 3.16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। वहीं फिरौती के लिए अपहरण के मामले जुलाई में जहां दो थे, वहीं अगस्त महीने में यह तीन हो गए। इसके अलावा अगस्त 2017 के मुकाबले 2018 के अगस्त में भी आपराधिक घटनाओं में कमी का दावा किया गया है। एडीजी के मुताबिक अक्टूबर 2017 से गंभीर आपराधिक मामलों में गिरफ्तारी की मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय द्वारा की जा रही है। अगस्त तक गंभीर कांडों में 14 हजार 945 गिरफ्तारी हुई। वहीं इस दौरान कुल गिरफ्तारी एक लाख 77 हजार 448 रही।
सात महीनों में 61 हजार 280 की गवाही कराई गई
स्पीडी ट्रायल अपराधियों के खिलाफ कारगर हथियार है। इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक स्पीडी ट्रायल के तहत 61 हजार 280 गवाहों की गवाही कराई गई। सिर्फ जुलाई में 11 हजार 795 ने विभिन्न कांडों में गवाही दी। जुलाई तक 3630 को सजा हुई। केस में ठोस साक्ष्य के लिए इस वर्ष एफएसएल द्वारा 2826 सैंपल की जांच पूरी की गई।