सिविल कोर्ट पटना में 14 वर्षो बाद जनउपयोगी स्थायी लोक अदालत शुरू
पटना सिविल कोर्ट में 14 वर्षों के बाद एक बार फिर जनउपयोगी स्थायी लोक अदालत की शुरुआत हुई। इसके लिए गठित तीन सदस्यीय कमेटी में रिटायर सेशन जज वशिष्ठ नारायण सिंह को अध्यक्ष,अधिवक्ता कुमारी पूर्णिमा और...
पटना सिविल कोर्ट में 14 वर्षों के बाद एक बार फिर जनउपयोगी स्थायी लोक अदालत की शुरुआत हुई। इसके लिए गठित तीन सदस्यीय कमेटी में रिटायर सेशन जज वशिष्ठ नारायण सिंह को अध्यक्ष,अधिवक्ता कुमारी पूर्णिमा और सामाजिक कार्यकर्ता विनय कुमार सिन्हा शामिल हैं। बुधवार से तीनों ने जनउपयोगी स्थायी लोक अदालत में पीठासीन पदाधिकारी के रूप में काम शुरू कर दिया है।
राजधानी के लोग इस अदालत में सरकारी सेवाओं से जुड़ी शिकायत लेकर आ सकते हैं। जहां सुनवाई के बाद दिशा निर्देश जारी किया जाएगा। जीवनबीमा, परिवहन, बिजली, संचार, प्राइवेट व सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं, नगर निगम, रेल व अन्य सुविधाओं से जुड़ी शिकायतें यहां रख सकते हैं। पटना हाईकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रवि स्वरूप धवन ने वर्ष 2003 में पटना सिविल कोर्ट में जन उपयोगी स्थायी लोक अदालत का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के कुछ महीनों तक यह चला पर बाद में ठप पड़ गया। लोगों को छोटी-छोटी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए और कोर्ट का वर्षों तक चक्कर नही लगाने पड़े। इसलिए इसकी शुरुआत की गई थी।