एनएमसीएच: मेडिसिन की आईसीयू सर्जिकल में शिफ्ट होगी
एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के आठ सीट वाली आईसीयू को सर्जिकल आईसीयू में शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही अस्पताल परिसर से जलजमाव दूर करने के लिए संप हाउस में एक जेनरेटर उपलब्ध कराया जाएगा। ये बातें...
एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग के आठ सीट वाली आईसीयू को सर्जिकल आईसीयू में शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही अस्पताल परिसर से जलजमाव दूर करने के लिए संप हाउस में एक जेनरेटर उपलब्ध कराया जाएगा। ये बातें बीएमएसआईसीएल के एमडी संजय कुमार ने कही। वे रविवार को एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग में हुए जलजमाव का जायजा लेने पहुंचे थे।
उन्होंने जीएम राजीव रंजन व अन्य पदाधिकारियों के साथ अस्पताल के इमरजेंसी समेत सभी वार्डों का जायजा लिया। एमडी ने बताया कि मेडिसिन विभाग को एक नया रूप दिया जाएगा। वहीं टूटी चहारदीवारी की मरम्मत कराने व नर्सिंग क्वार्टर को तोड़कर नया क्वार्टर बनाने की भी बात कही।
एमडी ने बताया कि बीएसएमआईसीएल ने अस्पताल परिसर समेत वार्डों से पानी की समस्या दूर करने व बिजली व्यवस्था को लेकर एक प्लम्बर मिस्त्री व एक बिजली मिस्त्री की प्रतिनियुक्ति चौबीसों घंटे करने का निर्णय लिया है। साथ ही सुचारु बिजली व्यवस्था बहाल रखने व लगातार हो रही शॉर्ट सर्किट की घटना से बचने के लिए अस्पताल परिसर में अंडरग्राउंड बिजली केबल लगया जाएगा। अस्पताल के आउटडोर में दवा उपलब्धता के बारे में एमडी ने बताया कि फिलहाल अस्पताल के आउटडोर में 56 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कई और दवाइयों को अगले माह तक उपलब्ध कराने की बात कही। विदित हो कि किसी भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आउटडोर में 117 प्रकार की दवाओं का होना आवश्यक है।
तीन ब्लॉकों में भर गया था पानी
शनिवार की सुबह हुई बारिश के बाद मेडिसिन वार्ड के तीन ब्लॉकों में पानी भर गया था । जिससे मरीजों के साथ हीं इलाज कर रहे डॉक्टरों को भी परेशानी हुई थी। कुछ देर और बारिश होती तो पानी मेडिकल आईसीयू में भर जाता । जहां करोड़ों रुपए की मशीन रखी थी। पिछले साल जलजमाव से एक सप्ताह तक मेडििसन वार्ड में इलाज प्रभावित हुआ था । इन समस्याओ को देखते हुए मेडिकल आईसीयू को शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है।