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ट्रेनों के मेंटेनेंस में लापरवाही, न पंखे चल रहे, न ही नल में आ रहा पानी

टैग: लाइव रिपोर्ट पटना से आने जाने वाली कम दूरी की ट्रेनों में परेशानी

ट्रेनों के मेंटेनेंस में लापरवाही, न पंखे चल रहे, न ही नल में आ रहा पानी
हिन्दुस्तान टीम,पटनाMon, 01 Mar 2021 07:00 PM
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पटना से आने जाने वाली कम दूरी की ट्रेनों में परेशानी

यात्रियों की परेशानी से बेखबर हैं रेल के अधिकारी

कई ट्रेनों में सीट के लिए होती है लड़ाई, नहीं होते हैं टीटीई

कोरोना के मानक का पालन केवल हवा हवाई, नियम ताक पर

पटना। रविशंकर सिंह

पटना से अलग अलग स्टेशनों के लिए खुलने व जंक्शन पहुंचने वाली ट्रेनों के यात्री रोजाना परेशानी से जूझ रहे हैं। गर्मी बढ़ने पर भी ट्रेनों के पंखे नहीं डोल रहे हैं तो कई ट्रेनों की लाईट ही गायब है। बाथरूम से लेकर बेसिन तक के हाल ऐसे हैं कि उसमें जाने से भी यात्री हिचक रहे हैं। बाथरूम की सफाई नहीं होने से बोगियों में बैठे यात्री बदबू की मार से रोज तंग हो रहे हैं। वहीं, आरक्षण करा चुके यात्रियों को भी सीट मुहैया कराने को लेकर रेल अधिकारी चुप्पी साधे हैं। कई ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ तो चढ़ते ही नहीं हैं। ऐसे में आरक्षित यात्रियों को रोज बेटिकट यात्रियों से बेवजह जूझना पड़ रहा है। पेश है लाइव रिपोर्ट...

बॉडी:

दोपहर के साढ़े 12 बजे हैं। भभुआ पटना इंटरसिटी सासाराम स्टेशन से खुली है। गर्मी अधिक होने से लोग परेशान हैं। सभी बोगियों में बैठे लोग पंखा का स्विच ऑन कर रहे हैं, लेकिन पंखे हैं कि डोलते ही नहीं। पंखों की बेरूखी के कारण यात्रियों को गर्मी से निजात के लिए खिड़कियों से आ रही हवा का ही सहारा है। सासाराम से बोगी संख्या डी 4 में सफर कर रहे शरत कुमार ने बताया कि गर्मी के कारण यात्री परेशान हो रहे हैं, लेकिन पंखे नहीं चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन के बोगियों की सफाई भी बेपटरी है। शौचालयों की हालत बदतर होने से लोग जाने में भी हिचक रहे हैं। कहा कि बोगियों में मकड़ियों के झाले लगे हैं तो बाथरूम में सफाई नहीं होने पूरी कमोड़ जाम है। कई बोगियों में तो शौचालय के नल की टोटियां ही गायब है। ऐसे में यात्रियों की परेशानी काफी बढ़ी हुई है। यही नहीं, कई बोगियों में तो बेसिन की टोटीयां भी खराब है। वहीं, पटना से शाम में भभुआ के लिए खुलने वाली यही इंटरसिटी ट्रेन भी मुश्किलें खड़ी कर रही है। ट्रेन में कई जगह लाईट उखाड़ ली गई है। इससे कई बोगियों में पर्याप्त लाईट नहीं होने से परेशानी होती है। यही हाल पटना जंक्शन से खुलने वाली कमोबेश सभी इंटरसिटी ट्रेनों व पैसेंजर ट्रेनों में देखने को मिल रहा है। पटना से बक्सर जाने वाली पैसेंजर ट्रेनों में बत्ती अक्सर गुल रहती है तो जगह जगह गंदगी पसरी होने से यात्री परेशान होते हैं। पटना कटिहार इंटरसिटी में भी यात्रियों को सफाई की असुविधा झेलनी पड़ रही है। वहीं, जंक्शन पर दोपहर साढ़े चार बजकर पांच मिनट में प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर खड़ी मोकामा से आरा वाली पैसेंजर में भी पंखे समेत लाईट खराब अवस्था में मिली। ट्रेन में गंदगी का भी आलम दिखा। वहीं, भागलपुर इंटरसिटी प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर खड़ी मिली जिसमें यात्रियों ने पानी नहीं आने की शिकायत की। यही नहीं, ट्रेनों में कोरोना के मानकों का पालन भी नहीं हो रहा है। एक बोगी में आरक्षित सीटों की तुलना में दोगुना यात्री अधिक सफर कर रहे हैं। चार व्यक्तियों की सीट पर छह से सात लोग जबकि ऊपर के सामान रखने वाली रेक भी यात्रियों से भरी हो रही है। यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंस भी नदारद दिख रही है तो मास्क पहनना व कोविड के दूसरे निर्देश भी पालन नहीं हो रहे हैं। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि ट्रेनों में पंखे ट्रेन के चलने के बाद चलने लगते हैं। अगर कहीं दिक्कत हो रही है तो इसे तुरंत दुरुस्त कराया जाएगा।

कंप्लेन बेअसर, यात्री परेशान

पटना से खुलने वाली कम दूरी की ट्रेनों में मेंटेनेंस पूरी तरह भगवान भरोसे है। ट्रेनों के यात्री कई बार रेलवे के हेल्पलाइन पर भी कंप्लेन करते हैं लेकिन कोई कारर्वाई नहीं होती। आरा से रोजाना पटना आने जाने वाले अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेनों में गंदगी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के खराब होने के संबंध में कंप्लेन कर चुके हैं। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।

ट्रेन के टिकट चेकिंग स्टाफ नदारद

अभी इंटरसिटी जैसी ट्रेनों में आरक्षित यात्रियों को ही यात्रा की इजाजत रेलवे बोर्ड व सरकार के ओर से है। लेकिन अधिकतर ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ के नहीं होने से बेटिकट यात्री भी काफी संख्या में सवारी कर रहे हैं। इससे आरक्षित यात्रियों को अपने सीट पर बैठने व आने जाने में रोजाना बकझक करने की बेबसी है। भभुआ पटना इंटरसिटी वाया गया और भभुआ पटना इंटरसिटी वाया आरा में अप व डाउन में शायद ही कभी टिकट चेकिंग स्टाफ आते हैं। इससे यात्रियों को अपनी सीट पर बैठने में ही लड़ाई करने की नौबत आती है। रविवार व सोमवार को भभुआ से पटना आने वाली ट्रेन के यात्रियों से संवाददाता ने पूछा तो सामने आया कि एक भी टिकट चेकिंग स्टाफ नहीं आया। यही हाल जाने में भी होता है। वहीं, पटना से बक्सर वाली ट्रेनों में भी टिकट चेकिंग स्टाफ नदारद होते हैं। पाटलिपुत्र रक्सौल इंटरसिटी के अलावा पटना कटिहार इंटरसिटी समेत दूसरे इंटरसिटी एक्सप्रेस में भी आरक्षित यात्री परेशान हो रहे हैं।

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