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Platinum jublee : 75 साल का हुआ माउंट कार्मेल स्कूल

हर किसी के चेहरे पर उत्साह और उमंग, मन में गर्व था कि आज उनका स्कूल 75 साल का हो गया है। मौका था माउंट कार्मेल हाई स्कूल के प्लैटिनम जुबली समारोह का। स्कूल परिसर में प्लैटिनम जुबली का आगाज होते ही...

Platinum jublee : 75 साल का हुआ माउंट कार्मेल स्कूल
हिन्दुस्तान टीम,पटनाSat, 11 Aug 2018 01:23 AM
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हर किसी के चेहरे पर उत्साह और उमंग, मन में गर्व था कि आज उनका स्कूल 75 साल का हो गया है। मौका था माउंट कार्मेल हाई स्कूल के प्लैटिनम जुबली समारोह का। स्कूल परिसर में प्लैटिनम जुबली का आगाज होते ही परिसर तालियों से गूंज उठा। अतिथियों का स्वागत स्कूल की प्राचार्य सिस्टर सेरेना ने किया।

इस मौके पर स्कूल का 75वें साल का लोगो जारी हुआ। उद्घाटन सामारोह के मुख्य अतिथि आर्क बिशप राइट रेवरंट विलियम डिसूजा एस.जे. और अतिथि के रूप में डॉ. सिस्टर डॉरिस डिसूजा थीं।कार्यक्रम की शुरुआत वेल्कम डांस से हुआ। इसके बाद छात्राओं ने प्लैटिनम जुबली सेलिब्रेशन सांग की प्रस्तुति दी। मलयालय, कन्नड़ डांस और भोजपुरी नृत्य के साथ देश की संस्कृति को छात्राओं ने अपने अंदाज में दिखाया। इस मौके पर ब्राजीलियन विदेशी नृत्य की भी प्रस्तुति की। 16 छात्राओं से शुरू हुआ था स्कूलस्कूल की 9वीं और 10वीं की छात्राओं ने नाटक प्रस्तुत कर स्कूल स्थापना की कहानी बतायी। माउंट कार्मेल हाई स्कूल 16 छात्राओं के साथ सहाय सदन में शुरू हुआ था। मदर वोरोनिका ने कार्मेल स्कूल की स्थापना की। स्कूल की प्रथम प्राचार्य सिस्टर केयोडेसिया 1944 में बनीं। 60वें दशक में स्कूल पटना वीमेंस कॉलेज के बेसमेंट में लाया गया। इसके बाद 1983 में स्कूल अपने नये भवन में आया। इस बीच स्कूल में छात्राओं की संख्या बढ़ती रही। 16 छात्राओं से शुरू हुए इस स्कूल में अभी 25 सौ छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। 35 साल के सफर के बाद आज गेस्ट बन खुश थी सुतपा सिन्हा स्कूल के 75 साल के सफर में 35 साल तक सुतपा सिन्हा गवाह रहीं। आज उन्हें इस मौके पर स्कूल में गेस्ट के तौर पर बुलाया गया था।

इसका हर पल सुतपा सिन्हा की जिंदगी का सबसे बेहतर था। उन्होंने बताया कि वह स्कूल में 1961 से 68 तक छात्रा के रूप में रहीं। उसके बाद पढ़ाई पूरी करने के बाद 1976 में स्कूल में अंग्रेजी शिक्षिका के रूप में आयीं। इसी स्कूल से 2011 में रिटायर भी हुईं। उन्होंने बताया कि मेरी जिंदगी का 35 साल स्कूल के साथ रहा। मेरा दूसरा घर था मेरा स्कूल। वहीं बतौर छात्रा नमिता ने बताया कि वह स्कूल में 1984 में स्टूडेंट रही। इसके बाद पढ़ाई पूरी करने के बाद स्कूल में ही आज शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। पूरे साल चलेगा कार्यक्रम स्कूल की प्राचार्य सिस्टर सेरेना ने बताया कि प्लैटिनम जुबली का उद्घाटन हुआ है। इसके बाद पूरे सालभर स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसकी शुरुआत स्कूल से होगी। 2019 में प्लैटिनम जुबली का समापन समारोह होगा। इस दौरान कई प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।

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