चावल आपूर्ति घोटाले के आईओ नहीं बदलेंगे
धान के बदले चावल की आपूर्ति में हुए घोटाले से जुड़े मामलों के अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारी (आईओ) नहीं बदले जाएंगे। केस की जांच पूरी होने तक वह उसी थाने में पदस्थापित रहेंगे, जहां का केस देख रहे हैं।...
धान के बदले चावल की आपूर्ति में हुए घोटाले से जुड़े मामलों के अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारी (आईओ) नहीं बदले जाएंगे। केस की जांच पूरी होने तक वह उसी थाने में पदस्थापित रहेंगे, जहां का केस देख रहे हैं। इस बाबत सीआईडी की ओर से जिलों के एसपी को पत्र लिखा गया है।
चावल आपूर्ति घोटाले को लेकर हाईकोर्ट के आदेश पर सीआईडी के अधीन बनी एसआईटी को मामले की जांच सौंपी गई है। यह घोटाला वित्तीय वर्ष 2011-12, 2012-13 और 2013-14 का है। इससे संबंधित 1202 मामले राज्यभर में दर्ज हैं। इन कांडों की जांच करीब 600 आईओ कर रहे हैं। एक करोड़ से ज्यादा के मामलों की जांच स्पेशन इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के नियंत्रण में सीआईडी द्वारा की जा रही है। वहीं बाकी के मामलों की मॉनिटरिंग कर रही है।
आईओ किए गए हैं प्रशिक्षित
इस मामले में आईओ को सीआईडी ने भी प्रशिक्षण दिया। इसकी वजह है कि जांच का दायरा काफी बड़ा है। जांच के दौरान क्या सावधानी बरतनी है, कौन से कागजात इकट्ठा करने हैं, जैसे कई बिंदुओं पर उन्हें ट्रेंड किया गया है। इसका मकसद जांच गुणवत्तापूर्ण और तेजी से करना है। ऐसे में आईओ बदलने से दोबारा नए पुलिस अधिकारी को ट्रेनिंग देनी पड़ेगी। लिहाजा सीआईडी ने जिलों को पत्र लिखकर साफ कर दिया है कि इस केस से जुड़े आईओ का तबादला नहीं किया जाए।
तेजी से की जा रही जांच
केस की जांच के लिए न्यायालय के आदेश पर पिछले वर्ष एसआईटी बनी थी। एसआईटी बनने के बाद जांच में तेजी आई है। साक्ष्य मिलने के बाद कई अधिकारियों की गिरफ्तारी भी की गई है। जब तक जिला पुलिस के पास केस थे, जांच की रफ्तार काफी सुस्त थी।