ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार पटनालोहिया और जेपी के विचार हर युग में प्रासंगिक : उपेन्द्र कुशवाहा

लोहिया और जेपी के विचार हर युग में प्रासंगिक : उपेन्द्र कुशवाहा

आज किताबें पढ़ने की लत घट रही है। राजनीति में आने वाले युवा भी किताबें नहीं पढ़ते। पहले कोर्स से इतर किताबों को पढ़ने का चलन था। युवाओं का राजनीति...

लोहिया और जेपी के विचार हर युग में प्रासंगिक : उपेन्द्र कुशवाहा
हिन्दुस्तान टीम,पटनाSun, 14 Nov 2021 08:00 PM
ऐप पर पढ़ें

आज किताबें पढ़ने की लत घट रही है। राजनीति में आने वाले युवा भी किताबें नहीं पढ़ते। पहले कोर्स से इतर किताबों को पढ़ने का चलन था। युवाओं का राजनीति में आने से पहले राजनीतिक प्रशिक्षण होता था। इससे युवाओं को लाभ मिलता था कि अमुक दल में आने का प्रयोजन क्या है। काम किस तरह करना है। अब तक धर्नाजन ही राजनीति का उद्देश्य होता जा रहा है। आज युवा किताबें पढ़ें तो कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा। यह कहना था पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रो. उपेन्द्र कुशवाहा का। वे जदयू के प्रदेश महासचिव व ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रामपुकार सिन्हा की नव प्रकाशित पुस्तक सप्तक्रांति से लेकर संपूर्ण क्रांति तक, डॉ. लोहिया और जेपी के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि डॉ. लोहिया और जेपी के विचार हर युग में प्रासंगिक हैं। यह पुस्तक उनके विचारों के प्रसार में मदद करेगा। विशिष्ट अतिथि फजल इमाम मल्लिक ने कहा कि आज विरोधी विचारों को जगह नहीं मिलती। ऐसे में समय में लेखन एक कठिन काम बनता जा रहा है। रामपुकार सिन्हा ने राजनीतिक कार्यकर्ता होकर किताब लिखी है, यह प्रशंसनीय है। उन्होंने पंडित नेहरू के समक्ष बाबा नागार्जुन और राष्ट्रकवि दिनकर की कविता पाठ और साहित्य के तेवर का जिक्र किया। वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने कहा कि लेखन की प्रवृत्ति लगातार घट रही है। केवल धन के संचयन पर ध्यान है। कहा कि अब नये युग में नये लोहिया की तलाश जरूरी है। मंच संचालन धीरज सिंह कुशवाहा ने किया। इस मौके पर पूर्व विधायक प्रो. रणविजय सिंह, डॉ. शिखा सिंह, शंकर झा आजाद, विनोद कुशवाहा, जितेन्द्र नाथ ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार, डॉ. संतोष कुशवाहा, भोलानाथ, अंगद कुशवाहा, जंग बहादुर सिंह, राजीव रंजन पटेल, जितेंद्र पटेल की भी मौजूदगी रही। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. चंद्रभूषण राय ने किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें