एचआईवी ग्रसित मरीजों को टीबी संक्रमण का खतरा अधिक
एचआईवी ग्रसित मरीजों में टीबी संक्रमण का खतरा अधिक होता है। 2023 में, राज्य में 1,84,817 टीबी मरीज चिह्नित किए गए, जिनमें से 1,53,967 एचआईवी ग्रसित थे। चिकित्सकों का कहना है कि बेहतर खानपान और रोग...

एचआईवी ग्रसित मरीजों में टीबी संक्रमण का खतरा अधिक होता है। इन मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से वे आसानी से टीबी संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे मरीजों को खानपान एवं दिनचर्या में सुधार लाकर एवं चिकित्सीय परामर्श के अनुसार अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए। चिकित्सकों के अनुसार, ऐसी स्थिति कोरोना से ग्रसित हो चुके व्यक्तियों में भी हो सकती है। राज्य में वर्ष 2023 में कुल 1,84, 817 टीबी मरीजों को चिह्नित किया गया था। इनमें 1,53,967 मरीज ऐसे थे जो पहले से एचआईवी के मरीज थे। यह कुल चिह्नित टीबी मरीजों का 84 प्रतिशत था। वहीं, 2023 में देश के 89 प्रतिशत चिह्नित टीबी मरीज एचआईवी ग्रसित थे।
वर्षवार आंकड़ा :
वर्ष कुल चिह्नित टीबी मरीज एचआईवी ग्रसित चिह्नित टीबी मरीज
2019 1,26,524 87,497
2020 1,02,615 85,297
2021 1,36,272 1,21,438
2022 1,62,873 1,47,203
2023 1,84,817 1,53,967
टीबी से सावधान रहने की जरूरत:
पटना निवासी अमरेश कुमार (बदला हुआ नाम) जो कि एचआईवी ग्रसित हैं, उन्हें टीबी हुआ था। अमरेश बताते हैं कि पहले उन्हें विश्वास नहीं हुआ पर जब जांच से पुष्टि हुई तब उन्हें इसकी गंभीरता समझ आई। पहले से एचआईवी और ऊपर से टीबी ने उन्हें झकझोर दिया पर दवा के पूरे कोर्स का सेवन कर उन्होंने टीबी को मात दी।
बेहतर पोषण से हो सकता है बचाव :
चिकित्सकों के अनुसार बेहतर पोषण से रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर टीबी जैसे गंभीर रोग से बचा जा सकता है। इसके लिए खासकर प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए. सोयाबीन, दालें, मछली, अंडा, पनीर आदि में प्रोटीन की काफी मात्रा होती है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है। कमजोर इम्युनिटी से टीबी के बैक्टीरिया से संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है। फेफड़ों के टीबी के मरीज सर्वाधिक पाए जाते हैं, लेकिन यह रोग शरीर के अन्य रोगों को भी प्रभावित करता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।