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सत्र 2017-19: बीएड की आधी सीटें रह गईं खाली, फिर होगी प्रवेश परीक्षा

आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय(एकेयू) से संबद्ध बीएड/एमएड कॉलेजों में करीब आधी सीटें खाली रह गई हैं। इन कॉलेजों में कुल मिलाकर 2250 सीटें हैं। इन सीटों पर नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा ली गई थी। जो...

सत्र 2017-19: बीएड की आधी सीटें रह गईं खाली, फिर होगी प्रवेश परीक्षा
हिन्दुस्तान टीम,पटनाMon, 20 Nov 2017 06:46 AM
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आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय(एकेयू) से संबद्ध बीएड/एमएड कॉलेजों में करीब आधी सीटें खाली रह गई हैं। इन कॉलेजों में कुल मिलाकर 2250 सीटें हैं। इन सीटों पर नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा ली गई थी। जो परीक्षा पास किए उसमें से भी पास करनेवाले सभी नामांकन के लिए टर्नअप नहीं हुए। अंतत: 1062 सीटें खाली रह गई हैं। सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम कटऑफ 35 और अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए 50 अंक निर्धारित किया गया था। बावजूद विद्यार्थियों ने नामांकन नहीं लिया।

वर्तमान सत्र में ही होगा नामांकन

अब इन कॉलेजों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ बैठकर पुन: बची हुई सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा लेने की गुजारिश की है। विश्वविद्यालय इस गुजारिश को मान भी गया है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि सत्र 2017-19 के लिए 23 दिसंबर को पुन: बची हुईं बीएड/एमएड सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। इसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर निर्धारित की गई है।

सिर्फ निजी बीएड कॉलेज ही हैं एकेयू में

आर्यभट्ट ज्ञान विवि में 19 बीएड कोर्स करानेवाले कॉलेज हैं। इनमें से दो एमएड भी कराते हैं। ये सभी संबद्ध कॉलेज हैं। अर्थात इसमें से कोई भी अंगीभूत नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर राज्य के बाहर जाकर बीएड करनेवाले या अंगीभूत बीएड कॉलेज में नामांकन के लिए आतुर रहनेवाले अभ्यर्थी राज्य के बीएड कॉलेज में दाखिला क्यों नहीं लिए। जानकारों का कहना है कि इसके दो-तीन कारण हो सकते हैं। एक कारण देर से प्रवेश परीक्षा लेना हो सकता है। फीस भी एक कारण हो सकता है। हालांकि राजभवन ने बीएड के लिए फीस निर्धारित कर दी है। कॉलेजों में आधारभूत संरचना की कमी भी एक कारण होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

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