स्थायीकरण की मांग को लेकर कार्यपालक सहायकों ने धरना दिया
- सैकड़ों कार्यपालक सहायकों ने गर्दनीबाग में धरना पर बैठे - मांगों पर निर्णय नहीं

कार्यपालक सहायक सेवा संवर्ग का गठन व स्थायीकरण, सातवां वेतन के तहत लेबल 4 से 6 के अनुरूप वेतन, शैक्षणिक अर्हता इंटर करने, कार्यमुक्त कार्यपालक सहायकों का पुनर्नियोजन, आकस्मिक निधन पर 40 लाख रुपए देने समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर कार्यपालक सहायकों ने धरना दिया। रविवार को बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ (गोप गुट) के आह्वान पर सभी जिले से सैकड़ों की संख्या में आए कार्यपालक सहायकों ने गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना पर बैठे। धरना पर बैठने वाले प्रमुख नेताओं में संघ प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार, ऐक्टू सचिव रणविजय कुमार, विनय कुमार, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत पाठक, अभिषेक अनुराग, अभिषेक कुमार,अंशु कुमार श्रीवास्तव, रवि आदि रहे।
धरना को रणविजय कुमार, आशीष कुमार, विनय कुमार ने संबोधित किया। कहा कि कार्यपालक सहायकों से सरकार द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं और सरकारी कार्य जैसे आरटीपीएस के तहत जाति, आवासीय, आय प्रमाण पत्र, म्यूटेशन, डीसीएलआर कार्यालय, कोर्ट केस, बिजली विभाग, स्वास्थ्य विभाग सहित सरकार के सभी विभागों में अंचल से सचिवालय तक कार्य करने वाले सहायकों का सेवा नियमितीकरण सरकार ने नहीं किया। नेताओं ने कहा कि संविदा कर्मियों के सेवा नियमितीकरण के लिए अशोक चौधरी की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति का गठन जिस सामान्य प्रशासन विभाग अंतर्गत किया, इसी विभाग अंतर्गत कार्य करने वाले कार्यपालक सहायक नियमितीकरण के लाभ से वंचित हैं। नेताओं ने कहा कि यदि सरकार ने हमारी 11 सूत्री मांगों पर जल्द ही साकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो संघ और बड़े आंदोलन में जाने को बाध्य होगा।
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