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नहीं रहे सोमनाथः राजनीति मूल्यों-आदर्शों के लिए जाने जाते थे पूर्व लोकसभा स्पीकर- नीतीश

लोकभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का कोलकाता के अस्पताल में सोमवार की सुबह निधन हो गया। निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमनाथ चटर्जी ऊंच राजनीति...

नहीं रहे सोमनाथः राजनीति मूल्यों-आदर्शों के लिए जाने जाते थे पूर्व लोकसभा स्पीकर- नीतीश
पटना, लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 13 Aug 2018 11:00 AM
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लोकभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का कोलकाता के अस्पताल में सोमवार की सुबह निधन हो गया। निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमनाथ चटर्जी ऊंच राजनीति मूल्यों और आदर्शों के लिए जाने जाते थे। 

बता दें कि सोमनाथ 89 वर्ष के थे। जिन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया था और उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी। उन्हें बेले व्यू क्लिनिक में एडमिट कराया गया था जहां वे 28 जून को एडमिट हुए थे। लेकिन, उन्हें 5 अगस्त को छोड़ दिया गया था। लेकिन 9 अगस्त को दोबारा उन्हें भर्ती किया गया। पिछले महीने पूर्व लोकसभा स्पीकर को हेमोरेहजिक स्ट्रोक हुआ था।

उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी व्यक्त की शोक संवेदना-
लोकसभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि उनके साथ एक सांसद के तौर पर काम करने का मुझे भी मौका मिला था। लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परम्पराओं के प्रति उनकी गहरी आस्था थी। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक ऐसी रिक्तता आई है, जिसकी भरपाई सम्भव नही है।  मोदी ने दिवंगत आत्मा की चीर शांति व परिजनों, शुभचिंतकों को इस आधात को सहने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

रविवार को पड़ा था दिल का दौरा-

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चटर्जी को रविवार की सुबह दिल का हल्का दौरा पड़ा था लेकिन उसने फिर से काम करना शुरू कर दिया। वह आईसीसीयू में थे। अधिकारी ने कहा, 'पिछले 40 दिनों से चटर्जी का उपचार चल रहा था। स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिलने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी लेकिन मंगलवार को हालत बिगड़ने के बाद उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।'

दस बार रहे थे लोकसभा के सदस्य-

लंबे समय से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया(मार्क्सवादी) के नेता चटर्जी 14वीं लोकसभा (2004-09) के दौरान यूपीए-1 की सरकार के वक्त लोकसभा अध्यक्ष थे। हालांकि, जब साल 2008 में सरकार से सीपीएम और अन्य वामपंथी पार्टियों की समर्थन वापसी के बाद सोमनाथ के लोकसभा अध्यक्ष से इस्तीफा देने से इनकार करने पर सीपीएम महासचिव प्रकाश करात ने उन्हें पार्टी से हटा दिया दिया था।
 

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