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वाराणसी हादसे के बाद पटना में पुल निर्माण में दिखी सतर्कता

वाराणसी में हुए पुल हादसों का असर पटना में भी बुधवार को देखने को मिला। राजधानी के विभिन्न इलाकों में पुल निर्माण में लगे मजदूर सुरक्षा मानकों का पालन करते दिखे। सिर पर हेलमेट और पांवों में लांग बूट...

वाराणसी हादसे के बाद पटना में पुल निर्माण में दिखी सतर्कता
हिन्दुस्तान टीम,पटनाThu, 17 May 2018 01:21 AM
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वाराणसी में हुए पुल हादसों का असर पटना में भी बुधवार को देखने को मिला। राजधानी के विभिन्न इलाकों में पुल निर्माण में लगे मजदूर सुरक्षा मानकों का पालन करते दिखे। सिर पर हेलमेट और पांवों में लांग बूट भी देखने को मिला।

पटना-गया रेललाइन पर मीठापुर आरओबी पिछले कई साल से बन रहा है। जमीन विवाद होने के कारण आगे निर्माण रुका हुआ है। पुल के नीचे से कई लोग आते-जाते हैं। रिक्शा और ऑटो भी लगा रहता है। यहां से गुजरने वाले कदमकुंआ के संजय कुमार कहते हैं कि पटना में भी इस तरह के हादसे हो सकते हैं। निर्माणाधीन पुल से सटी गाड़ियां गुजरती हैं इसलिए सुरक्षा मानकों का पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए।

आर ब्लॉक फ्लाईओवर में पिलर के बाद गार्डर रखने का काम चल रहा है। यहां ट्रैफिक के दबाव के कारण निर्माण क्षेत्र को घेर दिया गया है। आर ब्लॉक गोलंबर का अलग घेरा है और गोलंबर के बाद मीठापुर पुल तक सड़क का अलग घेरा डाला गया है।

बताते चलें कि 21 जनवरी को हुए ‘मानव शृंखला दिवस के दिन यहां बनने वाले पिलर का सरिया गिरने से अफरा-तफरी मच गई थी। इसमें निगम का एक कूड़ा ढोने वाला वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया था। यह संयोग ही था कि सरिया सुबह सात -साढ़े सात बजे के आस-पास गिरा था। स्थानीय लोग बताते हैं कि यह सरिया अगर दस बजे किसी कामकाजी दिन गिरा होता तो बड़ी अनहोनी हो जाती।

सावधानी से गुजरते रहे लोग

करबिगहिया-मीठापुर फ्लाईओवर में अभी पिलर निर्माण का काम चल रहा है। इसमें सुरक्षा मानकों का ख्याल रखा जा रहा है। निर्माण क्षेत्र को घेर दिया गया है। बुधवार दोपहर कई मजदूर पिलर पर पानी पटाते नजर आए। मीठापुर पुल की तरफ चार पिलर की घेराबंदी नहीं हो सकी है। यहां बगल से गुजरने वाले लोग और गाड़ी चालक भी सावधान दिखे।

रात में हो ज्यादा काम

लोगों ने कहा कि पुल निर्माण का ज्यादा से ज्यादा काम रात में होना चाहिए। जहां थोड़ा भी खतरा की गुंजाइश है उस जगह के आसपास से गाड़ियों और आम आदमी को आने-जाने पर रोक लगा दिया जाना चाहिए। इसी तरह लोहिया चक्र पथ में फ्लाईओवर बनना है। सर्पेंटाइन रोड में सड़क को घेरा गया है। ट्रैफिक डायवर्ट करके पिलर निर्माण का काम हो रहा है। एम्स-दीघा एलिवेटेड रोड पिछले तीन साल से बन रहा है। नाला किनारे बन रहे एलिवेटेड रोड का निर्माण पूरा होने को है। यहां भी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।

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