
पटना उपद्रव में बाहरियों का हाथ, पुलिस पर पथराव और आगजनी में 40 लोग गिरफ्तार
संक्षेप: पटना के अटल पथ पर गुरुवार को हुए बवाल के पीछे बाहरियों का हाथ था। पुलिस के अनुसार स्थानीय वार्ड पार्षद ने राजनीतिक मकसद से पैसे देकर बाहरी लोगों को बुलाया। फिर स्थानीय लोगों को भड़काकर पथराव और आगजनी करवाई।
बिहार की राजधानी पटना में सोमवार शाम को अटल पथ पर हुए बवाल में पुलिस ने 40 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार पटना में हुए उपद्रव में बाहरी लोगों का हाथ था। बाहर से आए उपद्रवियों ने स्थानीय लोगों को भड़काकर हिंसा करवाई। बता दें कि इंद्रपुरी के दो बच्चों (भाई-बहन) की मौत से नाराज लोगों ने सोमवार को अटल पथ जाम कर दिया था। जब पुलिस उनसे समझाइश करने पहुंची तो पथराव कर दिया गया। इससे 5 पुलिसकर्मी घायल हुए और मद्य निषेध विभाग की गाड़ी को फूंक दिया गया। बवाल के दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहां से गुजर रही एक मंत्री की गाड़ी पर भी पत्थर बरसाए।
पटना के एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले पर अपडेट दिया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ के बाद रातभर छापेमारी की गई। सुबह तक कुल 62 लोगों को हिरासत में लिया गया। उनसे पूछताछ की जा रही है। उपद्रव करने के मामले में अब तक कुल 40 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसएसपी के अनुसार, इनमें से कुछ वहीं के रहने वाले हैं, तो कुछ लोगों को बाहर से बुलाकर भी उपद्रव कराया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में 2 मुख्य साजिशकर्ताओं की भूमिका सामने आई है। इनमें एक स्थानीय वार्ड पार्षद गुड्डू है। गुड्डू ने श्वेत रंजन नाम के एक शख्स को बुलाया। वह वकील है और उसका काम जगह-जगह लोगों को इकट्ठा कर प्रदर्शन करना है।
जांच में सामने आया कि एक सप्ताह पहले गुड्डी ने श्वेत रंजन से संपर्क किया था और भाई-बहन की मौत मामले में बड़ा प्रदर्शन करवाने की बात कही थी। कुछ दिन पहले भी आरोपियों ने अटल पथ पर बवाल करने की कोशिश की थी, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए।
बाहरी लोगों ने बरसाए थे पुलिस पर पत्थर
पुलिस के अनुसार, श्वेत रंजन सोमवार को अपनी गाड़ी से कुछ बाहरी लोगों को लेकर आया। फिर वार्ड पार्षद की मदद से स्थानीय लोगों के बीच अफवाह फैलाई गई। उन्हें उकसाया गया। फिर अटल पथ जाम करवाया गया। फिर श्वेत रंजन के आदमियों ने ही वहां पर पथराव और आगजनी की। इसमें कुछ स्थानीय महिलाएं भी शामिल हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
बवाल के पीछे क्या था मकसद?
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने दोनों मुख्य साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा, फोटो और वीडियोग्राफी से अन्य उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। इस घटना के पीछे वार्ड पार्षद का मकसद राजनीतिक लाभ उठाना था। इसके अलावा, सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलवाकर खुद भी उसमें हिस्सा लेना चाह रहा था। उपद्रव करवाने के लिए गुड्डू ने श्वेत रंजन को कुछ रकम भी दी।
मृत बच्चों के परिजन का इस्तेमाल हुआ
एसएसपी का कहना है कि अटल पथ पर हुए प्रदर्शन में पीड़ित परिवार का इस्तेमाल किया गया। परिजन को जानकारी नहीं थी कि इतना बवाल हो जाएगा। एसएसपी ने कहा कि शुरुआती जांच रिपोर्ट में दोनों बच्चों की हत्या की बात सामने नहीं आई है। विस्तृत जांच की जा रही है। दोनों बच्चों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी परिजन को दे दी गई है।
क्या है मामला?
बीते 15 अगस्त को पटना के इंद्रपुरी इलाके में 5 और 7 साल के भाई-बहन की लाशें एक कार से मिली थी। दोनों दोपहर में ट्यूशन पढ़ने गए थे, उसके बाद घर नहीं लौटे थे। परिजन ने हत्या का आरोप लगाया था, जिसे पुलिस ने इनकार कर दिया। पुलिस इसे हादसा मानकर जांच कर रही है। हालांकि, अभी तक मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।





