
बंद रहता था जो टॉयलेट, आज कैसे खुल गया? पटना के स्कूल में छात्रा सुसाइड का सस्पेंस गहराया
संक्षेप: पटना के सरकारी स्कूल में छात्रा के खुद को जिंदा जलाकर सुसाइड करने के मामले में सस्पेंस गहरा गया है। स्कूल के जिस टॉयलेट में यह घटना हुई, वो बीते कई दिनों से बंद था। उसका ताला आज कैसे खुला, यह जांच का विषय है।
बिहार की राजधानी पटना के चितकोहरा सरकारी स्कूल में बुधवार को 5वीं की छात्रा ने खुद को जिंदा जलाकर सुसाइड कर लिया। इस घटना में सस्पेंस गहरा गया है। छात्रा के परिजन इसमें साजिश होने की आशंका जता रहे हैं। परिजन को शक है कि लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ। उन्होंने बताया कि स्कूल के जिस टॉयलेट में यह घटना हुई, वह बीते कई दिनों से बंद था। आज (बुधवार को) अचानक उसका ताला कैसे खुल गया? दूसरी ओर, पुलिस बारीकी से इस मामले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में आत्मदाह का मामला लग रहा है।
पटना के चितकोहरा मध्य विद्यालय में बुधवार सुबह एक छात्रा ने शौचालय में केरोसिन छिड़ककर खुद को आग लगा दी। गंभीर हालत में उसे पीएमसीएच अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की। साथ ही शिक्षकों एवं पुलिस टीम के साथ भी हाथापाई की गई।
स्कूल में 6 टॉयलेट हैं, 7वां बंद था जिसमें हुई घटना
स्कूल परिसर में कुल 6 शौचालय हैं। इनमें से दो टॉयलेट के ताले टूटे हुए हैं। यह घटना सातवें शौचालय में हुई, जो लंबे समय से बंद पड़ा हुआ है। परिजन के अनुसार उस पर कई दिनों से ताला लटका हुआ था। यह ताला आज कैसे खुल गया, यह जांच का विषय है।
परिजन ने लगाया रेप का आरोप
मृत बच्ची के परिजन ने छात्रा के साथ रेप होने की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि दो साल पहले भी स्कूल के अंदर छेड़छाड़ की घटना हुई थी। छात्रा के रिश्तेदार फैजान खान ने कहा कि स्कूल में पहले भी दुष्कर्म की घटना हुई है। पड़ोस में रहने वालीं फातिमा शेख ने कहा कि छात्रा गरीब परिवार से थी। उसके पिता सब्जी बेचते हैं और मां भी घरों में काम करती है।
उन्होंने कहा कि दो साल पहले भी स्कूल में छेड़खानी का मामला हुआ था, मगर उसमें कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे पहले भी कई बार ऐसे कांड हो चुके हैं। जब शिक्षिकाओं से शिकायत की जाती है तो वे निजी स्कूल में बच्चों का दाखिला करवाने की नसीहत दे देती हैं।
पटना सेंट्रल सिटी एसपी दीक्षा ने कहा कि यह घटना सुबह करीब 10 हुई, जब स्कूल में असेंबली चल रही थी। सबसे पहले रसोइया ने देखा, फिर इसकी जानकारी दूसरों को दी। पुलिस जब पहुंची तो छात्रा की सांसें चल रही थीं, उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। बच्ची अपने साथ केरोसिन लेकर आई थी। आग लगने के वह 90 प्रतिशत जल गई।
पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है। सभी से पूछताछ की जा रही है। स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगे थे, लेकिन अधिकतर बंद पाए गए हैं। असेंबली से लेकर शौचालय तक छात्रा की गतिविधि को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है। आत्महत्या की वजह क्या है, इस बारे में भी पता लगाने के प्रयास जारी हैं। घटनास्थल से एफएसएल टीम ने साक्ष्य इकट्ठा किए हैं।





