
पटना के स्कूल में 5वीं छात्रा ने खुद को आग नहीं लगाई? हत्या के एंगल से जांच शुरू
संक्षेप: पटना के चितकोहरा के गर्ल्स स्कूल में 5वीं में पढ़ने वाली 12 साल की छात्रा के जिंदा जलने के मामले में पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम ने शुक्रवार को दोबारा मौके पर पहुंचकर सैंपल लिए।
बिहार की राजधानी पटना के चितकोहरा के अमलाटोला कन्या मध्य विद्यालय में 27 अगस्त को जलने से छात्रा की मौत के मामले में पुलिस हत्या के बिंदु पर जांच शुरू कर दी है। हत्या का केस दर्ज होने के बाद जांच के सिलसिले में शुक्रवार को एफएसएल की टीम दोबारा स्कूल पहुंची। शौचालय के साथ ही उसके आसपास के इलाके की गहन छानबीन की गई। माना जा रहा है पहले इकट्ठा नूमनों के मिले लीड के बाद एफएसएल दोबारा वहां पहुंची थी।
पुलिस के वरीय अधिकारियों की मानें तो छात्रा की हत्या के विभिन्न पहलुओं पर मामले की जांच की जा रही है। इधर घटना के बाद तोड़तोड़ और पुलिस पर पथराव करने के आरोप में 47 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें 27 को हिरासत में लिया गया है। शेष आरोपियों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है।
दरअसल, परिजन ने पहले ही आशंका जताई थी कि नाबालिग की हत्या की गई है। पिता के बयान पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसपी सिटी दीक्षा ने बताया कि नाबालिग की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की थी। इससे सरकारी संपत्ति को नुकसान हुआ है। इस मामले में 17 लोगों पर नामजद तथा 50 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
दूसरे दिन चितकोहरा गोलंबर के पास सड़क जाम कर लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था, जिसमें एक हवलदार समेत कई घायल हो गए थे। इस मामले में गर्दनबाग थाने में अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें 30 आरोपियों पर नामजद तथा 100 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। स्थानीय लोगों ने तोड़फोड़ और पथराव कर पुलिस अनुसंधान को प्रभावित करने का काम किया है। इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना में दो जांच टीम गठित की गई है। एक टीम नाबालिग की मौत कैसे हुई इसकी जांच कर रही है। दूसरी टीम घटना के बाद कुछ असामाजिक तत्वों ने उपद्रव किया था उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई कर रही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जलने से मौत
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नाबालिग की जलने से मौत बताया है। इसलिए बिसरा को सुरक्षित रखते हुए जांच की कार्रवाई की जा रही है।
स्कूल प्रिसिंपल सस्पेंड
कन्या मध्य विद्यालय, अमलाटोला में 27 अगस्त को 5वीं की छात्रा की आग लगने से मौत की घटना के मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। शुक्रवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) ने स्कूल की प्रधानाध्यापक प्रेमलता कुमारी को निलंबित कर दिया। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जा रही है।
डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि यह घटना दुखद है। यह एक आपराधिक लापरवाही है। इस घटना की जांच पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर की जा रही है। डीएम ने कहा कि विद्यालय परिसर के अंदर ऐसी घटना घटित होना प्रधानाध्यापक की लापरवाही को प्रदर्शित करता है। प्रधानाध्यापक प्रेमलता कुमारी का निलंबन अवधि में मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, फुलवारीशरीफ तय किया गया है।





