
बिहार में 5 रुपये की चुंगी के लिए मर्डर, बुजुर्ग को लात-घूंसे से मारा फिर बटखरे से सीने पर किया वार
संक्षेप: सूत्रों के मुताबिक, विक्की पटेल अक्सर राजनीतिक संरक्षण का हवाला दे कर जबरन वसूली और दबंगई करता था। बड़े नेताओं के साथ उसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जो उसके रसूख़ की कहानी कहती हैं।
बिहार में महज पांच रुपये की चुंगी को लेकर हुए विवाद ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया गया। जहानाबाद के काको बाज़ार में बुधवार की शाम चुंगी वसूली करने वाले विक्की पटेल ने बुज़ुर्ग सब्ज़ी विक्रेता मोहम्मद मोहसिन की बेरहमी से हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मोहसिन रोज़ की तरह सब्ज़ी बेचने बुधवार की संध्या काको बाज़ार पहुंचे थे। इसी दौरान विक्की पटेल ने उनसे 15 रुपये चुंगी की मांग की थी। मोहसिन ने तत्काल 10 रुपये दे दिए और शेष पांच रुपये बाद में देने की बात कही। बस इतनी सी बात पर पटेल बिफर पड़ा और उसने पहले लात-घूँसों से पिटाई की, फिर बटखरे से सीने पर वार कर दिया। ज़ख़्म इतना गहरा था कि मोहसिन मौके पर ही ढेर हो गए।
मृतक मोहम्मद मोहसिन काको थाना क्षेत्र के पखनपुरा गांव के रहने वाला थे। वह एक मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे। मोहसिन रोज़ अपने खेत की सब्ज़ी लेकर बाज़ार आया करते थे। उनकी मौत के बाद गुस्साई भीड़ ने एनएच-33 को जाम कर दिया। करीब तीन घंटे तक यातायात पूरी तरह ठप रहा। जेल के क़ैदी वाहन समेत सैकड़ों गाड़ियां जाम में फंसी रहीं। मातम और नारों ने माहौल को ग़मगीन बना दिया है। सबकी निगाहें उस मासूम पोते शमशाद पर ठहर गईं, जो चीख-चीखकर रो रहा था– “दादा तो बस सब्ज़ी बेचने आए थे, उन्हें क्यों मार दिया गया?” यह दृश्य हर किसी को रुला गया।
घटना की सूचना मिलने पर नव पदस्थापित थाना प्रभारी राहुल कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुँचे और अधिकारियों को हालात से अवगत कराया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम राजीव रंजन सिन्हा, एसडीपीओ (सदर), संजीव कुमार सिन्हा एसडीपीओ (घोसी), काको बीडीओ आशीष मिश्रा, सीओ मो नोशद समेत कई थानों की पुलिस पहुंची। सुरक्षा घेरे में लोगों को समझाने-बुझाने की कोशिश की गई। प्रशासन ने घोषणा की कि आरोपी विक्की पटेल की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी जारी है और सैरात की नीलामी यदि हुई है तो इसको निरस्त करने की संस्तुति भेजी जाएगी।
एसडीएम ने मृतक के परिजनों को सरकारी योजनाओं (शक्ति योजना)के तहत दो लाख रुपये की वित्तीय मदद और 20 हज़ार रुपये की तत्कालिक राहत देने का आश्वासन दिया। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, विक्की पटेल अक्सर राजनीतिक संरक्षण का हवाला दे कर जबरन वसूली और दबंगई करता था। बड़े नेताओं के साथ उसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जो उसके रसूख़ की कहानी कहती हैं।
घण्टों पश्चात आख़िरकार पुलिस ने शव को अपने क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। देर रात पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। घर में कोहराम मचा था, चारों ओर से केवल मातम की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं।





