अब लाइन में लगने की झंझट खत्म; बिहार की सरकारी बसों का ऑनलाइन टिकट मिलेगा
बिहार की सरकारी बसों में ई-टिकटिंग की शुरुआत हो गई है। सीएम नीतीश ने बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की सभी 1065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा का शुभारंभ किया। ई-टिकटिंग सेवा शुरू होने से अब यात्रियों को न तो बस अड्डे पर लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ेगा और न ही समय की बर्बादी होगी।

बिहार की सरकारी बसों में ई-टिकटिंग की शुरुआत हो गई है। सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग से बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के अधीन सभी 1065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा का शुभारंभ किया। ई-टिकटिंग सेवा शुरू होने से अब यात्रियों को न तो बस अड्डे पर लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ेगा और न ही समय की बर्बादी होगी। बस में सवार होते ही यात्रियों को पीओएस मशीन से टिकट दे दिया जाएगा। यात्री चाहें तो वे यूपीआईडी (पे फोन, गूगल पे आदि) से स्कैन कर भी किराये का भुगतान कर सकेंगे।
परिवहन विभाग के अनुसार अब तक यात्रियों को सफर के दौरान बस कंडक्टर टिकट फाड़कर देते थे या उन्हें बस अड्डे पर काउंटर से लेना पड़ता था। ऐसे में यात्रियों को पैसा खुदरा होने की भी समस्या होती है। ई-टिकटिंग सेवा शुरू होने से यात्री यूपीआईडी के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
बसों की सीसीटीवी और जीपीएस से निगरानी भी होगी। इसका मकसद यह है कि यात्री निडर होकर सफर कर सकें। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार और कुमार रवि, राज्य परिवहन आयुक्त आशुतोष द्विवेदी उपस्थित थे।
वहीं मुख्यमंत्री ने 80 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा सरकार की प्राथमिकता है। इन बसों के परिचालन से महिलाओं को यात्रा में आराम और आत्मविश्वास दोनों मिलेगा। खासकर छात्राओं, नौकरीपेशा महिलाओं और ग्रामीण इलाकों से शहर आने-जाने वाली महिलाओं को इसका सीधा लाभ होगा।
बसों को रवाना करने के पूर्व सीएम ने बसों का निरीक्षण किया और उसमें उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। इससे पहले 16 मई 2025 को मुख्यमंत्री ने 20 पिंक बसों की शुरुआत की थी। दूसरे चरण में 80 और बसों की शुरुआत के साथ अब राज्य में पिंक बसों की संख्या 100 हो गई है।




