नीतीश का दिवाली गिफ्ट; देश के दूसरे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के साथ 87 को नौकरी, ICC-BCCI के मानक पूरे
संक्षेप: नालंदा के राजगीर में बना स्टेडियम देश का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट ग्राउंड है। यह आईसीसी और बीसीसीआई के मानकों को पूरा करता है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों को चुनाव से पहले दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है। नालंदा के राजगीर में 1 हजार 121 करोड़ की लागत से बना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम जनता को समर्पित कर दिया गया। सात सालों में बनकर तैयार यह स्टेडियम गुजरात के अहमदाबाद के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम है। यह आईसीसी और बीसीसीआई के मानकों को पूरा करता है।
सीएम ने कहा कि इससे खेल गतिविधियों में बिहार आगे बढ़ेगा और राज्य के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलेंगे और बिहार नाम रौशन करेंगे। इस स्टेडियम की आधारशिला 2018 में रखी गयी थी। खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं बहाल की गई हैं। इसे 90 एकड़ में बनाया गया है। स्टेडियम में 40 हजार दर्शकों के बैठने की जगह है।
रविवार को नीतीश कुमार नालंदा जिले के हिलसा विधानसभा भी पहुंचे जहां उन्होंने कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में शामिल होकर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने हमेशा समाज के हर तबके के विकास के लिए काम किया है। चाहे अगड़ा वर्ग हो या पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक या महिला सबको समान अवसर देने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि 2005 के बाद जब जनता ने उन्हें अवसर दिया, तब से बिहार ने विकास की दिशा में बड़ी छलांग लगाई है।
उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने स्टेडियम के पवेलियन और मैदान का लोकार्पण किया और 87 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी के चयन पत्र सौंपे। उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम सिर्फ एक खेल परिसर नहीं, बल्कि बिहार के युवाओं के सपनों को नई उड़ान देने वाला मंच है। स्टेडियम की कुल लागत अब 1121.41 करोड़ है। इसमें 40 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता, हाईटेक ड्रेनेज सिस्टम, मीडिया गैलरी, वीआईपी लाउंज और वर्ल्ड क्लास प्रैक्टिस नेट जैसी आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग केवल अपने परिवार का विकास करना चाहते हैं, जबकि हमारी सरकार ने समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को पंचायतों और नगर निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण देकर समाज में नई सोच और नेतृत्व की दिशा दी गई है, जो देशभर में एक मिसाल है। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में विकास और एकता के मुद्दे पर मजबूती से खड़े रहें ताकि बिहार की तरक्की निरंतर जारी रहे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में नालंदा जिले में चल रहे विकास कार्यों का भी विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राजगीर में बन रहा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम जल्द ही बिहार की पहचान बनेगा। यह स्टेडियम बिहार के युवाओं को खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर देगा। उन्होंने बताया कि राजगीर में स्पोर्ट्स अकादमी और साइंस सेंटर जैसी परियोजनाओं के माध्यम से युवाओं को नई दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है।
राजगीर रोपवे के आधुनिकीकरण से पर्यटन को नई ऊंचाई मिली है, वहीं नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्निर्माण राज्य के गौरव को फिर से विश्व मंच पर स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने ग्रामीण इलाकों में सड़कों और सिंचाई की योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया है ताकि किसानों को फसल उत्पादन में किसी तरह की दिक्कत न हो।
उन्होंने बताया कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में जीविका समूहों के माध्यम से लाखों महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया गया है। वहीं हिलसा अनुमंडल अस्पताल के उन्नयन से अब लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं स्थानीय स्तर पर मिल रही हैं। राजगीर बाईपास रोड और नए रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण से आवागमन में भी भारी सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सभी कार्य बिहार की बदली हुई तस्वीर का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल सत्ता में बने रहना नहीं, बल्कि समाज को आगे बढ़ाना है। हमने सबका साथ और सबका विकास के भाव से काम किया है। आने वाले समय में बिहार को और ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प हमारा है।”





