स्कूली बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने को लगेंगे टीके
मिशन इंद्रधनुष के तहत स्कूली बच्चों को घातक बीमारियों से लड़ने के लिए टीके लगाए जाएंगे। स्कूली बच्चे टीकाकरण के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करेंगे। अभियान के दौरान समुदाय को संगठित करने में...

नवादा। निज प्रतिनिधि
मिशन इंद्रधनुष के तहत स्कूली बच्चों को घातक बीमारियों से लड़ने के लिए टीके लगाए जाएंगे। स्कूली बच्चे टीकाकरण के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करेंगे। अभियान के दौरान समुदाय को संगठित करने में स्कूली बच्चों की सक्रिय भागीदारी होगी। बच्चों को ऑफलाइन या ऑनलाइन कक्षाओं के दौरान टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा। इस संबंध में पीएम पोषण योजना के डीपीओ मो. जमाल मुस्तफा ने सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के एचएम को पत्र लिखकर व्यक्तिगत रूप से कार्यक्रम में रुचि लेने तथा टीकाकरण अभियान को लक्ष्य को प्राप्त करने का निर्देश दिया है। निर्देश में कहा गया है कि स्कूली बच्चों की ओर से कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रैलियों एवं संचार गतिविधियों के माध्यम से टीकाकरण के बारे में लोगों की गलतफहमी को दूर किया जाएगा। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए स्कूलों में जागरूकता सत्र आयोजित किया जाएगा। इसे मंत्रालय द्वारा घोषित किया गया, टीकाकरण अभियान से संबंधित सामग्री को अपलोड किया जाएगा।
गंभीर बीमारियों की जीवनरक्षक वैक्सीन लगेगी
मिशन इंद्रधनुष स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसका मुख्य मकसद बच्चों को घातक बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण कवरेज का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करना है। कोविड-19 माहवारी के कारण टीकाकरण कवरेज में हुए अंतराल को दूर करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इंटेंसिफाइड मिशन इंद्रधनुष 4.0 के तीन चरणों को फरवरी से अप्रैल या मार्च से मई तक सुविधा अनुसार पूरा किया जाएगा। कोरोना काल में बाधित हुए नियमित टीकाकरण को गति देने के लिए मिशन इंद्रधनुष का नया सत्र शुरू हो रहा है। तीन चरणों तक चलने वाले मिशन इंद्रधनुष अभियान का दूसरा चरण अप्रैल व तीसरा चरण मई से आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक चरण में शुरू होने से सात दिन तक विशेष ड्राइव चलाकर लक्षित व पात्र बच्चों को गंभीर बीमारियों की जीवनरक्षक वैक्सीन लगाई जाएगी। नियमित टीकाकरण के तहत बच्चों व गर्भवती महिलाओं को गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए प्रतिरक्षित किया जाएगा।
