ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार नवादाविकास मर्डर मिस्ट्री पुलिस के लिए बनी पहेली

विकास मर्डर मिस्ट्री पुलिस के लिए बनी पहेली

नवादा का विकास हत्याकांड पुलिस के लिए एक पहेली बन कर रहा गया है। घटना के 56 दिन बीत जाने पर भी पुलिस इस मामले में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है। मामले के अनुसंधान की बात करें, तो पुलिस ने हर तरकीब...

विकास मर्डर मिस्ट्री पुलिस के लिए बनी पहेली
हिन्दुस्तान टीम,नवादाMon, 24 Jun 2019 11:27 AM
ऐप पर पढ़ें

नवादा का विकास हत्याकांड पुलिस के लिए एक पहेली बन कर रहा गया है। घटना के 56 दिन बीत जाने पर भी पुलिस इस मामले में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है। मामले के अनुसंधान की बात करें, तो पुलिस ने हर तरकीब इसे सुलझाने में लगाया। परंतु परिणाम अब तक शून्य ही रहा। वैज्ञानिक अनुसंधान का भी सहारा लिया गया, परंतु अंधेरे में रौशनी की कोई भी किरण पुलिस को दिखायी नहीं दी। मृतक की मोबाइल के सीडीआर से भी पुलिस कुछ खास नहीं निकाल सकी। पुलिस की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि वह हत्या के कारणों का पता नहीं लगा सकी है। इसके अलावा कई ऐसे बिन्दु हैं, जहां तक अनुसंधानकर्ता अब तक नहीं पहुंच सके हैं। मसलन, विकास आखिर उस घर तक कैसे पहुंचा। उसे पकड़कर ले जाया गया या फिर वह वहां स्वयं पहुंचा। यदि पकड़कर ले जाया गया तो किसकी उससे दुश्मनी थी। और यदि स्वयं गया तो आखिर क्यों। चोरी की बात में भी दम नहीं नजर आता। विकास उसी मोहल्ले में रहता था। उसे सभी पहचानते थे, फिर चोर कह उसे घर ले जाकर बंधक बनाकर पीटने की बात हजम नहीं होती। पुलिस के पास फिलहाल इन सवालों के जवाब नहीं हैं।

दूसरे आरोपित का कोई सुराग नहीं

पुलिस इस घटना में नामजद आरोपित जयकरण शर्मा के बेटे लड्डू कुमार उर्फ रोहित को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। बतौर अनुसंधानकर्ता सूरज कुमार नामजद आरोपित रोहित फिलहाल फरार है। पुलिस गोविन्दपुर के थाली गांव स्थित उसके घर पर भी छापेमारी कर चुकी है, परंतु वह कहीं और भागकर छुपा है। इसके अलावा पुलिस इस घटना में शामिल अन्य आरोपितों में से किसी की भी अब तक पहचान तक नहीं कर सकी है। नामजद आरोपितों में से एक मात्र सुनील कुमार को 30 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। सुनील नारदीगंज थाने के संदोहरा मध्य विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। वह मूलत: गया जिले के मखदुमपुर थाने के महकार गांव का रहने वाला है। वह वर्तमान में गोंदापुर के शांतिनगर में एक किराये के मकान में रह रहा था। इसी मकान में विकास के साथ मारपीट की गयी थी।

पीट-पीट कर हुई थी विकास की हत्या

29 अप्रैल 2019 की देर रात विकास कुमार की अपराधियों ने बंधक बनाकर पीट पीट कर हत्या कर दी थी। 30 अप्रैल को पीएमसीएच ले जाने के क्रम में विकास की मौत हो गयी थी। वह नवादा के गोंदापुर मोहल्ले के केदार सिंह का बेटा था व नवादा के एक निजी फर्म में कम्प्यूटर ऑपरेटर था। मृतक के छोटे भाई व एक चैनल के स्थानीय पत्रकार विश्वास कुमार विशु के बयान पर 30 अप्रैल को नगर थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। प्राथमिकी में दो नामजद व कई अन्य अज्ञात आरोपित किये गये थे। विशु के मुताबिक एक भोज समारोह से लौटते वक्त रात ढाई बजे अपराधियों ने उसके भाई को बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा था।

वर्जन

इस मामले में पुलिस का अनुसंधान चल रहा है। कई बिन्दु अब भी बाकी हैं, जिन पर अनुसंधान किया जाना है। कांड का मुख्य आरोपित जेल में है। एक अन्य फरार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।

जीतेन्द्र कुमार, नगर थानाध्यक्ष, नवादा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें