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मुहर्रम पर जन्नतनशीनों को किया याद, हुआ पहलाम

मुहर्रम की दसवीं तारीख को पैकारों ने अपने चटावा खोले और इस तरह से पैक का समापन हुआ। रात 12 बजे से विभिन्न इमामबाड़ों से ताजिए को उठाया जाने लगा तथा इसी के साथ ही पहलाम के लिए करबला तक जाने की शुरुआत...

मुहर्रम पर जन्नतनशीनों को किया याद, हुआ पहलाम
हिन्दुस्तान टीम,नवादाWed, 10 Aug 2022 01:00 PM
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नवादा, नगर संवाददाता।

मुहर्रम की दसवीं तारीख को पैकारों ने अपने चटावा खोले और इस तरह से पैक का समापन हुआ। रात 12 बजे से विभिन्न इमामबाड़ों से ताजिए को उठाया जाने लगा तथा इसी के साथ ही पहलाम के लिए करबला तक जाने की शुरुआत हो गयी। ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग सभी जगहों पर तयशुदा करबला में देर रात को पहलाम पूरा होगा। ताजिया उठाने के बाद गदका और अखाड़ा में युवाओं का करतब प्रदर्शन विशेष आकर्षण बना रहा।

नेशनल इस्लामिक फेस्टिवल फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेजाम खां कल्लू ने बताया कि जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों में दस मुहर्रम पर ताजिए उठाए और करबला में पहुंच कर पहलाम किया गया। उन्होंने बताया कि चली आ रही परम्परा के अनुसार नवादा शहरी क्षेत्र में 11 मुहर्रम को ताजिया उठाया जाएगा और डीएम कोठी के समीप स्थित करबला में देर रात पहुंच कर पहलाम किया जाएगा। शहर में सुबह बड़ी दरगाह से हजारों की भीड़ के साथ बुंदेलखंड तक ताजिया पहुंचाया जाएगा। दो बजे दिन में यह वापस आएगा। और फिर जुलूस की शक्ल में लोग ताजिएदारों के साथ हसन-हुसैन को याद करते हुए निकलेंगे।

मरहूमों को याद किया गया शिद्दत से

मुहर्रम पर मुस्लिमों ने अपने पुरखों को याद करने का रिवाज कब्रिस्तान जा कर पूरा किया। खिचड़ा, मलीदा और रोट के साथ सारे रिवाज पूरे किए गए। इन रिवाजों के अलावा दस मुहर्रम पर विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में इमाम हुसैन की शहादत पर मुहर्रम मनाया गया। कई स्थानों पर हिन्दुओं के कंधे पर भी ताजिया उठाया गया जबकि जुबान पर या हुसैन का नारा भी रहा। अनेकों गांवों में हिन्दू-मुसलमानों ने भाईचारे के बीच त्योहार मनाया। मुहर्रम का मातमी माहौल रहा और पूरे रीति-रिवाज से यह सम्पन्न हो गया।

हिसुआ : शांति व भाईचारे के माहौल में मनाया जा रहा मुहर्रम

हिसुआ। निज संवाददाता

हिसुआ क्षेत्र में शांति और भाईचारे के माहौल में मुहर्रम का पर्व मनाया जा रहा है। सोमवार को देर रात तक इमामबाड़े पर ताजिया बैठाने का काम हुआ। कई स्थानों पर भोर में भी ताजिया बैठाया गया। मंगलवार को दिनभर ताजिया देखने को लोग पहुंचते रहे। दो-तीन दौर में इमामबाड़े के समीप डंका बजाने, मर्सिया पढ़ने सहित अखाड़ा खेलने और ताजिया घुमाने का काम हुआ। ग्रामीण क्षेत्र में देर रात तक पहलाम हो गया जबकि हिसुआ नगर परिषद सहित शहरी क्षेत्र में आज पहलाम होगा।

गौरतलब हो कि हिसुआ में कुल 83 जगहों पर लाइसेंस लेकर ताजिया बैठाया गया है। जिसमें 56 ताजिया ग्रामीण क्षेत्र से हैं जिसका लगभग पहलाम मंगलवार की रात हो गया। शेष 27 का पहलाम आज होने की तैयारी है। मुहर्रम को लेकर हिसुआ में 17 जगहों पर दंडाधिकारी और एसआई,एएसआई सहित पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। विश्वशांति चौक, पांचू गढ़, मकबरा चौक, खनखनापुर, मल्लिक टोला, नसरतपुर फुलबड़िया, बस्ती बिगहा, सिहीन, सिंधौली, तुंगीचक, हिसुआ डीह, डिहुरी, दोना, अनापुर पकड़िया, हिसुआ बाजार, जुमुआंवा, मंझवे में नियुक्त हुई थी। जबकि हिसुआ थाना में सुरक्षित और विशेष गश्ती दल में भी मजिक्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को लगाया गया था। हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने आपसी मेल और सौहार्द को दर्शाते हुए एक दूसरे के साथ सहयोग और प्रेम बांटा।

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