लाखों के कम्प्यूटर हो रहे बेकार
एक ओर सरकार सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को तकनीकी शिक्षा देने की बात कह रही है। वहीं, दूसरी ओर तकनीकी शिक्षा देने के लिए शहर के गांधी इंटर स्कूल में खोला गया कम्प्यूटर केंद्र बदहाल है। दो हजार...
नवादा। निज प्रतिनिधि
एक ओर सरकार सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को तकनीकी शिक्षा देने की बात कह रही है। वहीं, दूसरी ओर तकनीकी शिक्षा देने के लिए शहर के गांधी इंटर स्कूल में खोला गया कम्प्यूटर केंद्र बदहाल है। दो हजार के दशक में नवादा के तत्कालीन डीएम पंकज कुमार ने गांधी इंटर स्कूल में कम्प्यूटर केंद्र की स्थापना कराई थी। जिले के गरीब तबके के छात्र छात्राओं को तकनीकी शिक्षा आसानी से सुलभ हो सके। इसे लेकर कम्प्यूटर केंंद्र में एक शिक्षका व एक कर्मी की भी नियुक्ति की गई थी। कम्प्यूटर सीखाने की फीस भी बहुत ही कमा रखा गया था। इसके बाद कुछ दिनों तक तो सबकुछ ठीक-ठाक चला। उस समय तीन शिफ्टों में कम्प्यूटर शिक्षा के लिए क्लास चलती थी। चार पांच साल के बाद वहां पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या घटने लगी। इसके बाद वहां एनजीओ के माध्यम से बहाल कर्मियों ने काम करना छोड़ दिया। उसके बाद कम्प्यूटर केंद्र की स्थिति बदहाल होती चली गई।
छह से टपकता है पानी, कम्प्यूटर हो रहे खराब
गांधी इंटर स्कूल के कैंपस में जिस भवन में यह केंद्र है। उस भवन के छत से बरसात का पानी टपकता है। लिहाजा अधिकांश कम्प्यूटर पानी गिररने से बर्बाद होने के कगार पर है। स्थिति यह है कि जो केंद्र एक दिन सजा संवरा लगता था। आज भूत बंगला में बदला नजर आता है। कम्प्यूटर की सुरक्षा के लिए किसी तरह के उपाय नहीं किए गए । लिहाजा कम्प्यूटर खराब होते चले गए। इस संबंध में गांधी इंटर स्कूल के प्राचार्य ने बताया कि संबंधित विभाग को इस संबंध में कई बार पत्र लिखा गया है।