केजी रेलखंड : डबल लाइन पर दौड़ने लगीं ट्रेनें, यात्रियों को मिली राहत

नवादा में किऊल-गया रेलखंड का दोहरीकरण पूरा हो गया है, जिससे यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव मिल रहा है। नई डबल लाइन से समय की बचत हो रही है, और ट्रेनें अब समय पर चल रही हैं। यात्रियों में उत्साह और...

Newswrap हिन्दुस्तान, नवादा
Fri, 7 Feb 2025, 11:55:AM
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नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। किऊल-गया रेलखंड का पूरा सफर अब डबल लाइन पर होने लगा। अब कहीं कोई बाधा नहीं रही। गुरुवार से इसका आरम्भ हो गया। पूरे सफर के दौरान कहीं भी अनावश्यक मेल आदि का झंझट नहीं रहने से सभी यात्रियों में गजब का उत्साह बना रहा। सफर के दौरान बिल्कुल नई पटरी पर सामने से गुजरती ट्रेन को देखने का एक अलग ही अनुभव करने की खुशी यात्रियों के चेहरे पर साफ-साफ झलक रही थी। सफर के क्रम में समय की बचत होने से योजना का लाभ पहले ही दिन से दिखने लगा है। इस बात से सभी यात्रियों खास कर विभिन्न सरकारी दफ्तर जाने वाले दैनिक यात्रियों में एक अलग ही राहत का भाव बना रहा। अमूमन रामपुर हाट ट्रेन 53404 और मेमू ट्रेन 63356 पकड़ कर भी अक्सर अपने कार्यालय पहुंचने में देर हो जाने वाले दैनिक यात्री गुरुवार को ससमय गंतव्य पर पहुंच कर प्रसन्न दिखे। यह दोनों ट्रेनें गुरुवार को क्रमश: 30 और 40 मिनट लेट नवादा स्टेशन पर पहुंचीं लेकिन अन्य दिनों की तुलना में यह राहतनाक ही रही क्योंकि सामान्यत: यह ट्रेनें इन दिनों दो से तीन घंटे लेट तक चल रही थीं। हालिया दिनों में हावड़ा-गया एक्सप्रेस तक लेट होने लगी थी लेकिन यह आज महज 15 मिनट ही विलम्ब हो कर नवादा स्टेशन पहुंची। जबकि किऊल से चल कर गया जाने वाली सुबह की ट्रेन 53633 केजी पैसेंजर भी महज 30 मिनट लेट ही रही। मालगाड़ियों की आवाजाही की अधिकता के बीच दो स्टेशनों के बीच से मालगाड़ी गुजरने की समयावधि के रूप में 20 से 30 मिनट का फासला निश्चित रूप से अब भी संभावित है, जिसका आकलन कर के बैठे यात्रियों ने सामान्यत: ताजा व्यवस्था को स्वीकार कर लिया है। सीआरएस ने निरीक्षण के बाद परिचालन का दिया ऑथराइजेशन केजी रेलखंड पर मानपुर से लखीसराय जंक्शन तक 124 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य पूरा हो जाने के बाद बुधवार को पूर्वी सर्किल कोलकाता के रेलवे संरक्षा आयुक्त शुभोमय मित्रा ने नवदोहरीकृत नवादा-तिलैया रेल सेक्शन का निरीक्षण किया और वापसी के बाद ऑथराइजेशन प्रदान कर दिया। बुधवार की शाम निरीक्षण के बाद से ही ऑथराइजेशन की प्रतीक्षा बेसब्री से की जा रही थी और उहापोह बना हुआ था कि डबल लाइन पर परिचालन को लेकर आखिरकार क्या निर्णय हो सका। परिचालन की स्वीकृति मिलते ही केजी रेलखंड को डबल लाइन की मान्यता और पात्रता मिल गयी। इसके बाद नवादा-तिलैया ब्लॉक सेक्शन के 16.593 किमी तक का शेष दोहरीकरण कार्य का लाभ भी गुरुवार से आम यात्रियों को मिलने लगा। सीआरएस के वैधानिक निरीक्षण के बाद 71.143 किमी से 87.736 किमी के बीच पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर डिविजन के बीच केजी सेक्शन पर सार्वजनिक गाड़ी और यात्री यातायात खोलने का रास्ता साफ हो जाने से केजी रेलखंड का स्वरूप एकबारगी बदला-बदला से लगने लगा है जबकि यात्रियों का अनुभव भी एकदम नया सा हो कर रह गया है। डीडीयू-दानापुर मंडल के किऊल-गया दोहरीकरण परियोजना के तहत नवदोहरीकृत नवादा-तिलैया रेलखंड का निरीक्षण के साथ पुल-पुलिया, नवादा स्टेशन और तिलैया जंक्शन भवन, पैनल रूम, रिले रूम व आईपीएस रूम का निरीक्षण करने के बाद रेलवे संरक्षा आयुक्त ने विशेष ट्रेन से नवादा से तिलैया के मध्य 120 किमी प्रति घंटे की गति से सफलतापूर्वक स्पीड ट्रायल भी किया था। उनके साथ इस मौके पर दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी सहित निर्माण विभाग व दानापुर के अन्य उच्चाधिकारी भी उपस्थित थे। ------------------ दोहरीकरण परियोजना का मिलेगा व्यापक लाभ नवादा। पूर्व मध्य रेलवे दानापुर व डीडीयू मंडल के प्रमुख स्टेशन किऊल और गया को जोड़ने के क्रम में ग्रैंडकॉर्ड व मेन लाइन के यातायात दबाव अब काफी कम हो जाएंगे। जिले और राज्य से बाहर तक लम्बी दूरी का सफर करने वालों के लिए केजी रेलखंड का दोहरीकरण बड़े फलक पर लाभकारी साबित होगा। किऊल-गया रेलखंड का दोहरीकरण विगत 2016 के बाद से लम्बित था। केजी रेलखंड के दोहरीकरण का प्रावधान 2016 में करने के बाद वित्तीय वर्ष-2020-21 के बजट में 280 करोड़ की लागत वाली इस परियाजना को मार्च 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य था। कालांतर में यह योजना 1200 करोड़ रुपए तक अपवर्धित हो गयी। अंतत: योजना चयन वर्ष से लम्बित रहते हुए नौवें वर्ष के आरम्भ में इसका कायाकल्प संभव हो सका, जिसके बाद से ट्रेनों की गति में वृद्धि का सीधा लाभ मिलना सुनिश्चित हो गया। साथ ही क्षेत्र के औद्योगिक विकास को भी गति मिलने की आस जग गयी। किऊल-गया के दोहरीकरण से न सिर्फ नवादा वरन लखीसराय, शेखपुरा व अन्य समीपस्थ जिलों के विकास की गति भी तेज होने की उम्मीद जग गयी है। ------------------------- कई खंड में पूर्ण हो सका दोहरीकरण का कार्य नवादा। केजी रेलखंड दोहरीकरण परियोजना को खंड-खंड कर कुल सात चरणों में पूरा किया गया। पहले चरण में दिसंबर 2019 में मानपुर-वजीरगंज रेलखंड का कार्य पूर्ण करते हुए परिचालन के लिए खोला गया। दूसरे चरण के तहत वजीरगंज-तिलैया रेलखंड को सितंबर 2022 में पूरा किया गया जबकि किउल-शेखपुरा को फरवरी 2023 में, शेखपुरा-काशीचक को सितंबर 2023 एवं काशीचक-वारिसलीगंज रेलखंड को जनवरी 2024 तथा वारिसलीगंज-नवादा रेलखंड को जुलाई 2024 में पूरा किया गया था। सातवें और अंतिम चरण में फरवरी 2025 में नवादा से तिलैया तक का दोहरीकरण कार्य पूर्ण हो सका। उल्लेखनीय है कि इस दोहरीकरण परियोजना के तहत कुछ नए यार्डों का भी निर्माण कराया गया, जिनमें पैमार, नवादा, सिरारी, वजीरगंज, करजारा, करौटा पतनेर, काशीचक, शेखपुरा, वारसलिगंज एवं मानपुर आदि प्रमुख रहे।

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