जिले के चार लाख बच्चों को किताब खरीदने को मिलेंगे रुपये
वैश्विक महामारी कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई की मार झेल रहे प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों के लिए अच्छी खबर है। जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले पहली से आठवीं तक के साढ़े चार लाख बच्चों के खाते...
वैश्विक महामारी कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई की मार झेल रहे प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों के लिए अच्छी खबर है। जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले पहली से आठवीं तक के साढ़े चार लाख बच्चों के खाते में एक सप्ताह के भीतर किताब खरीदने के लिए राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। मेधा सॉफ्ट में लिस्टेड बच्चों को यह फायदा मिलेगा।
सूत्रों ने बताया कि जिले में बच्चों को किताब खरीदने के लिए राशि देने में करीब छह करोड़ रुपए खर्च होंगे। सरकारी प्रारंभिक स्कूलों में नामांकित बच्चों को जल्द ही किताब खरीद के पैसे मिलेंगे। छह से चौदह साल के बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा (आरटीई) अधिकार के तहत बच्चों को राशि दी जाएगी। विभागीय अधिकारी मो. जमाल मुस्तफा ने बताया कि मेधा सॉफ्ट में जिन बच्चों का नाम दर्ज है। उन्हें इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी विभागीय पत्र नहीं मिला है।
कोरोना काल में बच्चों को होगी सुविधा
गौरतलब है कि जिले के प्रारंभिक स्कूलों में साढ़े चार लाख बच्चे शैक्षिक सत्र 2019-20 में नामांकित थे। कोरोना संक्रमण के चलते 14 मार्च से ही जिले के स्कूल समेत सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। इस बीच मई माह में शिक्षा विभाग ने पहली से आठवीं तक नामांकित बच्चों को बिना परीक्षा लिए ही अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया। नये शैक्षिक सत्र में पहली कक्षा में अभी तक नामांकन नहीं हो सका है और आठवीं के बच्चे 9वीं में जा चुके हैं और आरटीई के दायरे से वे बाहर निकल चुके हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग ने पिछले शैक्षिक सत्र में जो विद्यार्थी पहली से 7वीं तक में नामांकित थे, उन्हें ही पुस्तक खरीद का पैसा देने का निर्णय लिया है। आगे जब पहली कक्षा में बच्चे नामांकित होंगे तो उन्हें भी किताब की राशि दी जाएगी।
राशि मिलेगी प्रति बच्चा
कक्षा एक से पांच : 250 रुपए
कक्षा छह से आठ : 400 रुपए