लोन के नाम पर ठगी मामले में साइबर अपराधी गिरफ्तार
नवादा में साइबर पुलिस ने लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले एक आरोपी कुणाल कुमार को गिरफ्तार किया। आरोपी ने विभिन्न राज्यों के उपभोक्ताओं से लाखों रुपए ठगे। उसके पास से ठगी से संबंधित मोबाइल फोन बरामद...

नवादा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। साइबर पुलिस ने एसआईटी ने तकनीकी इनपुट पर छापेमारी कर लोन देने के नाम पर झांसा देकर विभिन्न राज्यों के उपभोक्ताओं से लाखों की ठगी मामले में एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी ने शनिवार को उसे वारिसलीगंज थाना क्षेत्र से दबोच लिया। उसके पास से दो मोबाइल बरामद की गयी है। जिसमें ठगी से संबंधित पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। गिरफ्तार 30 वर्षीय कुणाल कुमार वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अपसढ़ गांव के अशोक राउत का बेटा बताया जाता है। उसके विरुद्ध नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज थी। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के प्रतिबिंब पोर्टल पर उसका मोबाइल नंबर अपलोड किया गया था। उपलब्ध मोबाइल नंबर के आधार पर ट्रैकिंग कर एसआईटी ने मामले में कार्रवाई की। नवादा की साइबर डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति के नेतृत्व छापेमारी की गयी। सोशल मीडिया पर विज्ञापन से ठगी पुलिस के मुताबिक अपराधियों का एक गिरोह है। जिसके द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मिनटों में सस्ते दर पर लोन दिलाने का झांसा देने का विज्ञापन दिया जाता था। अपराधियों द्वारा मेटा एप का उपयोग कर उपभोक्ताओं से संबंधित डेटा निकाला जाता था और उस पर आवेदन करने वाले लोगों को कॉल किया जाता था। इसके बाद उपभोक्ताओं से उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल, पासपोर्ट साइज का फोटो आदि लिया जाता था। लोन स्वीकृत करने के नाम पर उपभोक्ताओं से प्रोसेसिंग फी आदि के नाम पर ठगी का दौर शुरू होता था। उपभोक्ताओं को फायनेंस कम्पनियों का फर्जी लोन अप्रूवल लेटर भी भेजा जाता था। उपभोक्ता अप्रूवल लेटर को ओरिजिनल मानकर ठगों के झांसे में आ जाते थे और अपनी गाढ़ी कमाई गवां बैठते थे। जेल भेजा गया आरोपित आरोपित कुणाल कुमार को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पूर्व उसके विरुद्ध साइबर थाने में मामला दर्ज कराया गया। 26 अप्रैल को दर्ज साइबर थाना कांड संख्या- 52/25 में उसके विरुद्ध जालसाजी कर ठगी करने के मामले में बीएनएस की विभिन्न धाराओं व आईटी एक्ट के तहत आरोप लगाये गये हैं। पुलिस आरोपित का आपराधिक इतिहास पता लगा रही है। साथ ही उससे पूछताछ के आधार पर मिली जानकारी के आलोक में उसके गिरोह के अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। गठित की गयी थी एसआईटी इस मामले में साइबर थाने की पुलिस की एसआईटी साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष के नेतृत्व में गठित की गयी थी। इसमें पुलिस इंस्पेक्टर पंकज कुमार सैनी, एसआई रूपेश कुमार, कांस्टेबल श्यामदेव मंडल व नीतीश कुमार, महिला कांस्टेबल प्रियंका कुमारी व चालक कांस्टेबल पीयूष कुमर के अलावा पुलिस लाइन की स्वॉट टीम शामिल थी। वर्जन तकनीकी आसूचना के आधार पर छापेमारी कर आरोपित को वारिसलीगंज से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से बरामद मोबाइल से ठगी से संबंधित कई साक्ष्य मिले हैं। उसके गिरोह के अन्य साथियों पर पुलिस की नजर है। अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है। -------------- प्रिया ज्योति, साइबर डीएसपी नवादा।
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