BPSC परीक्षा देकर ऑनलाइन ठगी में कूदा था अंकु, नवादा में 15 साइबर फ्रॉड गिरफ्तार
- नवादा में साइबर फ्रॉड का हब बन चुके वारिसलीगंज इलाके में पुलिस ने 15 ऑनलाइन ठगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में एक लड़के ने हाल में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा दी थी। लड़के को तेज देख गिरोह ने बढ़िया कमाई का झांसा देकर काम पर रख लिया था।
ऑनलाइन फ्रॉड का अड्डा बन चुके नवादा के वारिसलीगंज इलाके से पुलिस ने मंगलवार को 15 ठगों को एक बागीचे से गिरफ्तार किया है। केंद्र सरकार के क्रिमिनल ट्रैकिंग पोर्टल प्रतिविंब की मदद से ठगों के नंबर की ट्रेसिंग हुई और साइबर फ्रॉड का एक अड्डा बंद हो गया। पुलिस को वहां से ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले कई राज्यों में फैले ग्राहकों की बड़ी लिस्ट मिली है जिसमें उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर और खरीदे गए सामान का लेखा-जोखा है। साइबर ठगों का ये गैंग इन ग्राहकों को ऑनलाइन छूट और इनाम का झांसा देकर पैसे झटक लेता था। गिरफ्तार लोगों में शामिल एक लड़के ने हाल में बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी थी। गैंग ने लड़के को होशियार जान बढ़िया कमाई का झांसा देकर इस काम में फंसा लिया।
नवादा साइबर थाने की एसआईटी ने वारिसलीगंज थाना के कोचगांव पंचायत के सोरहीपुर गांव में यह छापेमारी की है। सोरहीपुर गांव के बगीचे में ऑनलाइन ठगों के इस गिरोह में नवादा, नालंदा, शेखपुरा और पटना जिले के अपराधी शामिल हैं। गैंग की ठगी के शिकार उपभोक्ताओं कई राज्यों से हैं। छापेमारी में 13 मोबाइल, 01 सिम, ग्राहक डेटा का 56 शीट और 07 पेज फटा शीट बरामद किया गया है। अपराधियों के पास से जब्त मोबाइल से लाखों के ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का खुलासा हुआ है। छापेमारी का नेतृत्व नवादा साइबर थाने की सीनियर डीएसपी प्रिया ज्योति ने किया।
बीपीएससी की तैयारी करते-करते साइबर ठग बन गया अंकु कुमार
चंद दिनों में बेशुमार दौलत कमाने की लालच ने बीपीएससी की तैयारी कर रहे सोरहीपुर के अंकु कुमार को भी साइबर अपराध के दलदल में खींच लिया। बताया जाता है कि अंकु कुमार ने हाल ही में बीपीएससी की परीक्षा दी थी। वह पटना में रहकर ही बीपीएससी की तैयारी करता था। उसका सपना बिहार सरकार का अफसर बनने का था। साइबर सरगना ने उसकी बुद्धि को देखकर उसे सब्जबाग दिखाकर ठगी के धंधे से जोड़ लिया।
गिरफ्तार अपराधियों में शामिल पटना के मरांची गांव के विकास कुमार उर्फ कारू ने पुलिस को बताया कि वह टीबी की बीमारी से ग्रस्त अपनी मां के इलाज के लिए पैसों का इंतजाम करने की फिराक में इस धंधे से जुड़ा था। गिरफ्तार अपराधियों में ज्यादातर मैट्रिक और इंटर तक शिक्षित हैं। सबने पुलिस से बेरोजगारी और गरीबी के कारण इस धंधे से जुड़ने की बात कही।
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