द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों को मिलेगी सहायता राशि
द्वितीय विश्व युद्ध में हिस्सा ले चुके पूर्व सैनिकों व उनकी विधवाओं को सहायता राशि दी जाएगी। उन्हें प्रतिमाह 10 हजार रुपये जीवन भत्ता दिया...
द्वितीय विश्व युद्ध में हिस्सा ले चुके पूर्व सैनिकों व उनकी विधवाओं को सहायता राशि दी जाएगी। उन्हें प्रतिमाह 10 हजार रुपये जीवन भत्ता दिया जाएगा। एक साल के लिए जिला सैनिक कल्याण बोर्ड की ओर से एकमुश्त 1.20 लाख रुपये मार्च में दिए जाएंगे। इसके लिए सैनिक कल्याण निदेशालय ने राशि का आवंटन कर दिया है।
जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के हेड क्लर्क ऋषिकेश रंजन ने बताया कि भूतपूर्व सैनिक वैशाली के दाउदनगर निवासी मो. फजले हक, सीतामढ़ी के डुमरी कला के तलेवर सिंह की विधवा जानकी देवी और मुजफ्फरपुर के गायघाट के जारंग ढेबड़ी के धरणीधर प्रसाद सिंह की विधवा लालपरी देवी को सहायता राशि दी जाएगी। मो. फजले हक ने 8 फरवरी 1944 को ब्रिटिश मिलट्री ज्वाइन की थी। 17 जनवरी 1946 को ब्रिटिश सरकार ने उन्हें रिटायर कर दिया। अब करीब 97 वर्ष के हो चुके हैं। धरणीधर प्रसाद सिंह ने 12 जनवरी 1943 को ब्रिटिश मिलट्री ज्वाइन की थी। वह 14 अप्रैल 1947 को रिटायर कर दिए गए। वहीं, तलेवर सिंह ने 01 मार्च 1943 को ज्वाइन किया था। वह 19 फरवरी 1947 को रिटायर कर दिए गए थे।
1990 में मिला सैनिक का दर्जा:
द्वितीय विश्व युद्ध के समय भारत ब्रिटिश सरकार के अधीन था। इस दौरान हजारों भारतीय ब्रिटिश मिलिट्री में भर्ती हुए, लेकिन आजादी के कुछ दिन पहले या इसके बाद भारत सरकार ने इनको सेना से रिटायर कर दिया। बिहार सरकार ने कई संगठनों की पहल के बाद 1990 में इनको भारतीय सैनिक का दर्जा दिया।