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मोतीपुर पीएचसी में बंध्याकरण के बाद महिला की मौत पर हंगामा

स्थानीय पीएचसी में सोमवार की देर रात बंध्याकरण के बाद एक महिला की मौत हो गई। घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख चिकित्सा...

मोतीपुर पीएचसी में बंध्याकरण के बाद महिला की मौत पर हंगामा
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरWed, 16 Sep 2020 03:17 AM
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स्थानीय पीएचसी में सोमवार की देर रात बंध्याकरण के बाद एक महिला की मौत हो गई। घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख चिकित्सा प्रभारी समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी जान बचा कर भाग निकले। घटना के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों व परिजनों में अफरातफरी मच गई। मृतका का शव करीब नौ घंटे तक एंबुलेंस में पड़ा रहा। मंगलवार सुबह करीब नौ बजे मामला शांत हुआ और शव को पोस्टमार्टम में भेजा गया। मरने वाली महिला कथैया थाना के ठिकहा वासुदेवा निवासी रामप्रवेश राय की पत्नी अनिता देवी (35) थी।

इससे पहले हंगामा कर रहे ग्रामीण मृतका के आश्रित को दस लाख रुपये मुआवजा देने और दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। रात करीब एक बजे हंगामे की सूचना पर दलबल के साथ पहुंचे दारोगा पीएन साहू ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीण नहीं मानें तो पुलिस लौट गई। दूसरी ओर ग्रामीण एंबुलेंस में ही शव रख हंगामा करते रहे। सुबह फिर पुलिस पहुंची। इसके बाद सम्पूर्ण हिन्दुस्तान आजाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संतोष कुमार चौथी ने लोगों को कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शांत कराया। तब पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज सकी।

चिकित्सा प्रभारी व स्वास्थ्य कर्मी नामजद

मामले में ठिकहा वासुदेवा निवासी मृतका के पति रामप्रवेश राय ने एफआईआर करायी है। प्रभारी थानेदार श्यामलाल राम ने बताया कि इसमें चिकित्सा प्रभारी सुधीर कुमार व एक स्वास्थ्य कर्मी पूजा कुमारी को नामजद किया गया है। बताया कि वह अपनी पत्नी अनिता देवी को बंध्याकरण कराने के लिए मोतीपुर पीएचसी में भर्ती कराया था। सोमवार रात करीब आठ बजे उसकी पत्नी का चिकित्सकों ने बंध्याकरण ऑपरेशन किया। तीन ही घंटे बाद उसकी मौत हो गई। मृतका को चार छोटे-छोटे बच्चे हैं। उसके भरण पोषण पर संकट आ गया है।

इलाज में लापरवाही नहीं, किया गया था रेफर

चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने आरोप को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि महिला की तबीयत बिगड़ने के बाद बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया था जहां उसकी मौत हो गई। लापरवाही का आरोप गलत है। सोमवार को दस महिलाओं का बंध्याकरण हुआ। नौ महिलाएं पूरी तरह स्वस्थ हैं।

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