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पटना के दो व्यवसायियों के हनीट्रैप की फिराक में था अजय

राजधानी पटना के दो व्यवसायियों को अपराधी हनीट्रैप करने की फिराक में थे। मोटी रकम वसूलने के बाद सरगना अजय पांडेय उन्हें छोड़ देता। उसके गैंग के बदमाशों ने व्यवसायियों की रेकी भी कर ली थी, लेकिन ऐन...

पटना के दो व्यवसायियों के हनीट्रैप की फिराक में था अजय
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरTue, 13 Nov 2018 01:29 AM
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राजधानी पटना के दो व्यवसायियों को अपराधी हनीट्रैप करने की फिराक में थे। मोटी रकम वसूलने के बाद सरगना अजय पांडेय उन्हें छोड़ देता। उसके गैंग के बदमाशों ने व्यवसायियों की रेकी भी कर ली थी, लेकिन ऐन मौके पर मुजफ्फरपुर पुलिस ने अजय को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

पूछताछ के दौरान अजय ने पटना में भी हनीट्रैप करने की साजिश रचने की बात बतायी तो पुलिस टीम के होश उड़ गये। सूत्रों की मानें तो वहां की पुलिस पटना पुलिस से संपर्क कर चुकी है। जल्द ही मुजफ्फरपुर पुलिस पटना आ सकती है। फिलहाल उन व्यवसायियों के नाम का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है, जो अजय पांडेय की नजर में थे। इससे पहले वर्ष 2010 में पटना पुलिस की विशेष टीम अजय को हनीट्रैप कर एक आयरन व्यवसायी के अपहरण और फिरौती वसूलने के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो अजय के सियासी और खाकी कनेक्शन भी सामने आए हैं।

हर घटना में अलग गर्लफ्रेंड का इस्तेमाल

अजय और उसका गैंग व्यवसायियों के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा कर लेता था। इसके बाद गुर्गे व्यवसायी की रेकी करते थे। फिर अजय की गर्लफ्रेंड टार्गेट व्यक्ति को झांसे में लेकर उसे किसी फ्लैट पर बुला लेती थी। वहां पहले से जुटे अपराधी व्यवसायी का अपहरण कर लेते थे। फिर उनके परिजनों से रुपए ऐंठे जाते थे। अजय अपनी गर्लफ्रेंड को पटना में ही फ्लैट लेकर रखता था। पिछली बार पटना पुलिस ने गर्लफ्रेंड के जरिये ही अजय की गिरफ्तारी हथुआ मार्केट इलाके से की थी।

ऐसे होता था अपहरण, ठगी और फिरौती का खेल

एक बार व्यवसायी अपराधियों के हाथ में आ गए तो फिर बंदूक के बल पर वे उसे परिजनों से बात करवाते थे। व्यवसायियों को परिजनों से सबकुछ ठीक होने की बात कहने का इशारा अपराधी करते थे। फिर किसी जमीन खरीदने के बहाने व्यवसायी की बात घरवालों से करायी जाती थी। अपहृत व्यक्ति को कहा जाता था कि वह अपने घरवालों को जमीन के लिए रुपए देने को कहे। बात तय होते ही अजय गैंग के सदस्य रुपए ऐंठ कर व्यवसायी को रिहा कर दिया करते थे।

विष्णु अग्रवाल को कर चुका है अगवा

मुजफ्फरपुर के आयरन व्यवसायी विष्णु अग्रवाल का अपहरण अजय गैंग ने वर्ष 2010 में कर लिया था। व्यवसायी से 66 लाख की फिरौती वसूली गई थी। जमीन के नाम पर ही अपराधियों ने व्यवसायी के परिजनों से रुपए मंगवा लिए थे। रुपए मिलने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। बाद में व्यवसायी ने इसकी शिकायत तत्कालीन एसएसपी अमित कुमार जैन से की थी। इसके बाद पुलिस की विशेष टीम ने मुजफ्फरपुर में कैंप कर अजय के गुर्गों को पकड़ा था।

केस के आईओ को पटना पुलिस से पुराने केस के बाबत संपर्क करने के निर्देश दिए गए हैं। कई बातें सामने आई हैं जिन पर छानबीन जारी है। गोपनीयता के मद्देनजर अभी कुछ तथ्यों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।

- मनोज कुमार, एसएसपी, मुजफ्फरपुर

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