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खराब हो सकते ढाई लाख डोज

जिले में टीकों को असुरक्षित तरीके से रखा जा रहा है। इस कारण विभिन्न तरह के टीकों के ढाई लाख से अधिक डोज के खराब होने खतरा बना हुआ है। सदर अस्पताल में डब्ल्यूआईसी (वाकिंग इन कूलर ) से लेकर डीप फ्रीजर,...

खराब हो सकते ढाई लाख डोज
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरWed, 25 Sep 2019 02:45 PM
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जिले में टीकों को असुरक्षित तरीके से रखा जा रहा है। इस कारण विभिन्न तरह के टीकों के ढाई लाख से अधिक डोज के खराब होने खतरा बना हुआ है। सदर अस्पताल में डब्ल्यूआईसी (वाकिंग इन कूलर ) से लेकर डीप फ्रीजर, वैक्सीन कैरियर व कोल्ड बॉक्स का मैनेजमेंट सही नहीं है। इसका खुलासा मंगलवार को चार सदस्यीय केंद्रीय टीम की जांच में हुआ है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश पर पहुंची टीम ने जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से लेकर डब्ल्यूआईसी के मैनेजमेंट की जांच की। तय प्रोटोकॉल के अनुसार सही से टीकों को नहीं रखा गया था। टीम के अधिकारियों ने कहा कि मुजफ्फरपुर के साथ वैशाली, शिवहर व सीतामढ़ी के लिए आए टीकों कैसे रखा जा रहा है। टीम का नेतृत्व कर रहे यूनिसेफ कोल्ड चेन हेड बिहार के डॉ. सैय्यद हुसैन ने बताया कि पूरे बिहार में इफेक्टिव वैक्सीन मैनेजमेंट पर काम हो रहा है। इस क्रम में जांच की गई है। मुजफ्फरपुर डब्ल्यूआईसी में दूसरे जिलों की वैक्सीन रखी जा रही है। रीजनल कोल्ड चेन के साथ मुजफ्फरपुर के लिए आवंटित टीकों को नहीं रखना है। बताया कि इसके साथ आईएलआर (आइस लाइन रेफ्रीजेरेटर) नहीं है। डीप फ्रीजर भी नहीं है। वैक्सीन कैरियर व कोल्ड बॉक्स भी जैसे-तैसे रखे गए हैं। सीरिंज डब्ल्यूआईसी के भवन के बरामदे पर हैं। बारिश होने पर भींग जा रहे है। बताया कि कई कमियां हैं। इसमें सुधार कराया जाएगा। टीम में स्वास्थ्य मंत्रालय की डॉ. ऋचा गौतम, राज्य स्वास्थ्य समिति के आलोक, यूनएडीपी के अजय कुमार व अन्य शामिल थे।

टीम की जांच में मिलीं कई तरह की कमियां

वैक्सीन कैरियर एक-दूसरे के ऊपर रखे जाते हैं कोल्ड बॉक्स भी बाहर धूप में एक के ऊपर एक रखे जा रहे हैं डब्ल्यूएचआई के पास आइएलआर व डीप फ्रीजर नहीं है वैक्सीन के लिए उपयोग होने वाले सीरिंज व अन्य समान को बाहर रखा जा रहा है चार आइएलआर व चार डीप फ्रीजर की कमी जेनरेटर को शेड में नहीं रखा जा रहा है, इस कारण खराब हो सकता है वैक्सीन प्रयोग होने के बाद जिला प्रतिरक्षण कार्यालय के रास्ते में फेंक दिया जाता है जिला प्रतिरक्षण कार्यालय सड़क के पास कचरा रखा और जलाया जाता है प्रसव वार्ड के पीछे जिला प्रतिरक्षण कार्यालय परिसर में गंदगी अधिक है

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