गर्भवतियों में डायबिटीज रोकने का तरीका सीखेंगी महिला डॉक्टर
बिहार के सरकारी अस्पतालों की महिला डॉक्टरों को गर्भावस्था में महिलाओं में हाई शुगर की बीमारी की रोकथाम के लिए ट्रेनिंग मिलेगी। इस ट्रेनिंग में स्त्री रोग विशेषज्ञों और लैब तकनीशियनों को शामिल किया...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। राज्य के सरकारी अस्पतालों की महिला डॉक्टरों को गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को होने वाली हाई शुगर की बीमारी की रोकथाम की ट्रेनिंग मिलेगी। यह ट्रेनिंग स्वास्थ्य विभाग देगा। मुजफ्फरपुर सहित सभी जिलों से इस ट्रेनिंग में स्त्री रोग विशेषज्ञों का शाामिल होना अनिवार्य किया गया है। इस बारे में विभाग ने पत्र भी जारी किया है। सदर अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रेरणा सिंह का कहना है कि 10 में सात महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान हाई शुगर की परेशानी हो जाती है। बताया कि गर्भावस्था के दौरान शुगर बढ़ने को मेडिकल भाषा में डीजीएम कहा जाता है।
शुगर बढ़ने से जच्चा और बच्चा दोनों पर खतरा बना रहता है। लैब तकनीशियन को भी मिलेगी ट्रेनिंग गर्भवतियों में शुगर बढ़ने की पहचान और इसकी जांच की ट्रेनिंग लैब टेक्नीशियन को दी जाएगी। विभाग में इस ट्रेनिंग के लिए बजट भी तैयार किया है। हर जिले में डॉक्टरों और लैब टेक्नीशियन को जांच की ट्रेनिंग देने के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार किये जाएंगे। मास्टर ट्रेनर पटना से ट्रेनिंग लेकर सभी जिलों के स्त्री रोग विशेषज्ञ और टेक्नीशियनों को ट्रेनिंग देंगे। नवजातों के इलाज का तरीका सीखेंगे सभी डॉक्टर गर्भवतियों में शुगर जांच की तरीके सीखने के अलावा जिलों में नवजातों के इलाज की सभी डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी जाएगी। शिशु मृत्युदर कम करने के लिए यह ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग सभी जिलों के शिशु रोग विशेषज्ञों को दी जाएगा। इस ट्रेनिंग के बाद वह जिले के सभी मेडिकल अफसरों को यह ट्रेनिंग देंगे। ट्रेनिंग के बाद पीएचसी से सदर अस्पताल तक नवजातों के इलाज में परेशानी नहीं आएगी।
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