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टैप नहीं होने से हर दिन बह जाता हजारों लीटर पानी

जल संकट पर पार्षदों की चिंता चापाकल और सबमर्सिबल पंप गाड़ने की योजना तक सीमित है। वार्ड 33 से लेकर 40 के बीच एक बड़े हिस्से में नगर निगम की पाइपलाइन ही नहीं है। यही नहीं नल जल योजना के तहत गाड़ा गया...

टैप नहीं होने से हर दिन बह जाता हजारों लीटर पानी
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरMon, 17 Jun 2019 03:16 PM
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जल संकट पर पार्षदों की चिंता चापाकल और सबमर्सिबल पंप गाड़ने की योजना तक सीमित है। वार्ड 33 से लेकर 40 के बीच एक बड़े हिस्से में नगर निगम की पाइपलाइन ही नहीं है। यही नहीं नल जल योजना के तहत गाड़ा गया सबमर्सिबल पंप का हाल यह है कि इसे कई जगह पुरानी पाइपलाइन से जोड़ दिया गया है। इससे पुरानी पाइपलाइन में पानी का फोर्स तो बढ़ा है, लेकिन अंडरग्राउंड लीकेज या बगल से गुजर रहे नाले के कारण कारण गंदा पानी भी खींच ले रहा है। इस कारण पानी में गंदगी आने की शिकायत नहीं रुक रही है। वार्ड 35 के रज्जू साह लेन से ऐसी शिकायत अक्सर मिलती रहती है।

वहीं कई जगहों के सबमर्सिबल पंप का हाल और भी बेहाल है। पंप तो गड़ गया है पर पानी ही नहीं आ रहा है। मोटर जला हुआ। कहीं अबतक पाइपलाइन ही नहीं बिछी है। यदि बिछी है तो पंप से कनेक्ट नहीं हुआ है।

चर्च रोड में कई दिन से किसान नेता भोलानाथ झा के घर के पास पानी की मेन पाइपलाइन फूटी हुई है। रिसाव से सड़क पर जलजमाव हो गया है। पंप चालू होने के बाद पाइप बाहर निकल जाता है और पंप बंद होने के बाद फिर पाइप नाले में चला जा रहा है। इस स्थिति में पानी का दूषित होना स्वभाविक है। बेला रोड में पाइपलाइन में लीकेज की शिकायत है। इस कारण हजारों लीटर पानी बर्बाद होता है।

पुरानी व जर्जर पाइपलाइन से जलापूर्ति बड़ी समस्या

चकबासू लेन

10% पानी काम में आता, 90% बर्बादी

वार्ड-38 स्थित स्लम बस्ती में चकबासू लेन में बीते साल पानी संकट बाद यहां सबमर्सिबल पंप गाड़ा गया और पाइपलाइन बिछायी गयी। लेकिन बीते एक साल में फिर पानी का संकट खड़ा हो गया। कारण बड़ी संख्या में मोटर लगाकर पाइपलाइन से पानी खींच ले रहे हैं। इनके कारण अब आधे परिवारों तक पानी ही नहीं पहुंच रहा है। वहीं दूसरी तरफ बेवजह लोगों के घरों में पानी गिरता रहता है। लिहाजा 10 फीसदी पानी काम में आता है और 90 फीसदी पानी की बर्बादी होती है। पानी टंकी चौक-बेला

नाले के अंदर से गुजरती पुरानी पाइपलाइन

जिला स्कूल पानी टंकी चौक से लेकर बेला तक पुरानी पाइपलाइन है। लेकिन अब इसका बड़ा हिस्सा नाले के भीतर से होकर गुजरता है। सड़क के चौड़ीकरण और ऊंचा किये जाने के कारण पाइप किस स्थिति में है, इसका अनुमान करना भी कठिन है। मिस्कॉट पंप बंद हो चुका है और इससे जुड़ी पाइपलाइन भी जर्जर है। वार्ड 36 की पार्षद प्रियंका शर्मा बताती हैं कि पटना के कंकड़बाग की तरह मिठनपुरा भी बड़ा रिहायशी इलाका है, लेकिन सिर्फ एक पंप है।

पानी टंकी चौक-कन्हौली

मेन पाइप से आता बदबूदार व गंदा पानी

जिला स्कूल पानी टंकी चौक से लेकर कन्हौली तक 50 साल से भी ज्यादा पुरानी पाइपलाइन है। मेन पाइप से नाले का बदबूदार व गंदा पानी आता रहता है। वैसे दो दिनों पहले चर्च रोड में कई दिनों तक पाइपलाइन में लीकेज के कारण सड़क पर पानी लबालब था। दो दिन पहले किसी तरह से लीकेज को बंद कर दिया। लोग बताते हैं कि यह कहानी हर हफ्ते- 15 दिनों पर दोहरायी जाती रहती है।

वार्ड 40

कई मोहल्लों में आता नाला का पानी

वार्ड-40 में कई मोहल्ले ऐसे हैं जिसमें घरों में मोटर चालू करते ही नाला का पानी आना शुरू हो जाता है। आमगोला फ्लाइओवर के निर्माण के बाद से यह समस्या बनी हुई। पाइपलाइन के क्षतिग्रस्त होने के कारण यह स्थिति बनी हुई है। इस इलाके में फ्लाईओवर बनने के बाद सड़क व नाला नये सिरे से बन चुका है। इसके कारण अंडरग्राउंड लीकेज है जिसको पता लगाना कठिन है।

जनता बोली

पंप चलाकर छोड़ देते, पानी की होती बर्बादी

बैरिया के पंडित आनंद किशोर पांडेय बताते हैं कि उनके गांव का हाल है कि लोगों ने पानी की किल्लत होने के बाद सबमर्सिंबल पंप तो गड़वा लिया है, लेकिन लीकेज का हाल यह है कि लोग पंप चलाकर छोड़ देते हैं और पानी बेकार बर्बाद होता रहता है।

लीकेज की मरम्मत में लगा हफ्ताभर

सामाजिक कार्यकर्ता श्रवण नाथानी कहते हैं कि नगर निगम टैक्स लेता है, लेकिन जनता को सेवा देने के लिए तत्पर नहीं रहता। जल संकट को ही अगर देखें तो इससे निपटने के लिए निगम ने क्या तैयारी की। एक लीकेज की मरम्मत में हफ्ताभर लग जाता है।

जहर से कम नहीं निगम का पानी

जिला स्कूल रोड के डॉ. बीडी मिश्रा कहते हैं कि एक चिकित्सक के रूप में उनका व्यक्तिगत अनुभव रहा है कि आरओ या बोतलबंद डिब्बे का पानी किसी के लिए भी अच्छा नहीं है। लेकिन जो निगम का पानी नल में आता है, वह भी जहर से कम नहीं है।

जिम्मेदार बोले

निश्चित ही संकट का होगा समाधान

इसे स्वीकार करने में थोड़ी भी हिचक नहीं है कि मुजफ्फरपुर शहर में पानी को लेकर बड़ा संकट है। बीते दो वर्षों से लगातार इस संकट के हल के लिए ही सरकार से लेकर प्रशासन स्तर पर लगातार लड़ रहा हूं। लेकिन अब हम निर्णायक दौर में पहुंच गए हैं। छह महीने के भीतर जिस गति से इस संकट को हल करने के लिए काम चल रहा है, निश्चित ही इस संकट का हल होगा।

मानमर्दन शुक्ला, डिप्टी मेयर

जनशिकायत कोषांग में करें शिकायत

जल संकट को लेकर जिन लोगों को परेशानी है, इसकी सूचना दें। परेशानी का निदान कराने की हरसंभव कोशिश करेंगे। लोग अपनी शिकायत सीधे निगम के जनशिकायत कोषांग में भी कर सकते हैं। शीघ्र कारवाई करेंगे। वैसे श्हार में जल संकट दूर करने के लिए लगातार उपाय करने में नगर निगम जुटा हुआ है।

विशाल आनंद, अपर नगर आयुक्त

सड़क पर बह रहा नल का जल: मनियारी। एक ओर पानी के लिए हाहाकार मचा है तो दूसरी ओर सैकड़ों लीटर पानी सड़कों पर बहाया जा रहा है। मामला कुढ़नी के रतनौली पंचायत के रामपुर कासी गांव का है। मनियारी महुआ मार्ग के रामपुर कासी चौक से एनएच 28 जाने वाली सड़क के किनारे नलजल योजना का नल लगाया गया था। वहां सड़क पर पानी बह रहा है। मनियारी के जयनंदन ठाकुर ने बताया कि बीते 15 दिनों से ऐसे ही पानी बह रहा है।

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