क्रिकेट के लिए बिहार में फिर एडहॉक कमेटी बनने के आसार
सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त बीसीसीआई के प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बिहार क्रिकेट में छिड़े विवाद के मामले में कई गुटों में बंटे एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बुधवार को मुंबई स्थित कार्यालय में...
सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त बीसीसीआई के प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बिहार क्रिकेट में छिड़े विवाद के मामले में कई गुटों में बंटे एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बुधवार को मुंबई स्थित कार्यालय में बातचीत की। बिहार में पांच गुटों में बंटे क्रिकेट के आकाओं ने सीओए प्रमुख विनोद राय के समक्ष बारी-बारी से अपना पक्ष रखा। बीसीए के पूर्व संयुक्त सचिव सीतामढ़ी के प्रो. नीरज सिंह ने बताया कि बीसीए (जगन्नाथ गुट) की ओर से अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह व पूर्व सचिव अजय नारायण शर्मा ने बीसीए के वर्तमान हालात के बारे में जानकारी दी। साथ ही राज्य में क्रिकेट के संचालन के लिए पुन: एडहॉक कमेटी बनाने की वकालत की। वहीं, दूसरे गुट के आदित्य वर्मा, तीसरे गुट का प्रतिनिधित्व कर रहे मधुबनी के सुबीर मिश्रा व चौथे गुट के पूर्व रणजी कप्तान सुनील कुमार ने भी एडहॉक कमेटी बनाने की मांग की। सीओए ने शाम में बीसीए के वतर्मान अध्यक्ष गोपाल बोहरा व सचिव रविशंकर प्रसाद को बुलाया। सूत्रों के अनुसार, दोनों ने सीओए के समक्ष एक घंटे तक पक्ष रखा। कहा कि बिहार में नियमित रूप से क्रिकेट का संचालन हो रहा है। पांचों गुटों से पक्ष जानने के बाद अब सीओए को फैसला लेना है।
सूत्र बताते हैं कि बीसीसीआई के जेनरल मैनेजर सबा करीम शुक्रवार को पटना आएंगे और बिहार में क्रिकेट की वर्तमान स्थिति से जानने के बाद सीओए को रिपोर्ट सौंपेंगे। माना जा रहा है कि बीसीसीआई सितंबर में बिहार में एडहॉक कमेटी बनाकर फिलहाल इस विवाद को विराम देने की तैयारी में है।