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सत्संग से दूर होती हैं मन की शंकाएं

श्रीश्री अमरेंद्रनाथ चक्रवर्ती की 108वीं जयंती पर बुधवार को आमगोला रोड स्थित सत्संग विहार में सत्संग हुआ। इसमें सचिव डॉ. गजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि वह तुम हो व मैं हूं के सिद्धांत को मानते थे।...

सत्संग से दूर होती हैं मन की शंकाएं
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरWed, 21 Nov 2018 10:29 PM
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श्रीश्री अमरेंद्रनाथ चक्रवर्ती की 108वीं जयंती पर बुधवार को आमगोला रोड स्थित सत्संग विहार में सत्संग हुआ। इसमें सचिव डॉ. गजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि वह तुम हो व मैं हूं के सिद्धांत को मानते थे। उन्होंने श्री श्री ठाकुर के विचारों को जनजन तक पहुंचाया। अपने जीवनकाल में देश के विभिन्न हिस्सों में 108 मंदिर बनवाएं। अंधविश्वास व कुप्रथाओं के खिलाफ लोगों को एकजुट किया। उनका जीवन हमें सत्य के मार्ग पर चलने को प्रेरित करता रहेगा। वहीं, अन्य अनुयायियों ने कहा कि सत्संग हमें ईश्वर से मिलाता है। सत्संग से मन में उठे रहे सारे सवालों का जवाब मिल सकता है। सभी शंकाएं दूर हो जाती हैं। इस दौरान शिवशंकर मिश्र व उनके साथियों ने भजन से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद प्रसाद का वितरण हुआ। मौके पर एलएस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार सिंह, अशोक प्रसाद सिंह, योगेंद्र प्रसाद साहू, ओमप्रकाश साह, भरत कुमार सिंह, चितरंजन सिंह व रामपूजन चौरसिया भी थे।

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