शिक्षकों का वाजिब हक है समान वेतन
समान काम के लिए समान वेतन शिक्षकों का वाजिब हक है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से शिक्षक समाज सहित स्नातक शिक्षक प्रतिनिधि भी निराश हैं। बिहार सरकार को शिक्षा और शिक्षक हित में इस पर पुनर्विचार करना...
समान काम के लिए समान वेतन शिक्षकों का वाजिब हक है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से शिक्षक समाज सहित स्नातक शिक्षक प्रतिनिधि भी निराश हैं। बिहार सरकार को शिक्षा और शिक्षक हित में इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन मिलना चाहिए। यह मांग रविवार को तिरहुत स्नातक क्षेत्र के बिहार विधान परिषद सदस्य देवेशचन्द्र ठाकुर ने रखी। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के भविष्य का निर्माण करते हैं। वे हमेशा से राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। ऐसे में अगर समय रहते शिक्षकों की इस मांग पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो भविष्य में कोई भी आदमी शिक्षक नहीं बनना चाहेगा। बिहार विधान परिषद सदस्य ने कहा कि दलगत भावना से ऊपर उठकर विधान परिषद में शिक्षकों के हित में आवाज उठानी होगी।