बिखरे थे शवों के चिथड़े, कपड़े तो किसी के अंगों से हुई पहचान
बियाडा में स्नैक्स फैक्ट्री में विस्फोट के बाद मलबों में शवों के चिथरे बिखरे पड़े थे। किसी का हाथ था कहीं था तो पैर कहीं और। शवों की पहचान मुश्किल...

Newswrapहिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरMon, 27 Dec 2021 03:41 AM
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मुजफ्फरपुर । व.सं.
बियाडा में स्नैक्स फैक्ट्री में विस्फोट के बाद मलबों में शवों के चिथरे बिखरे पड़े थे। किसी का हाथ था कहीं था तो पैर कहीं और। शवों की पहचान मुश्किल थी। बिखरे खून व मांस के लोथड़े को पुलिस और एनडीआरएफ की टीम पॉलीथीन व चादर में लपेटकर एकत्रित कर रही थी। फिर अलग-अलग शरीर के अंगों को एम्बुलेंस से एसकेएमसीएच भेजा गया। बॉयलर पर काम करने वाले छपरा मेघ गांव के संदीप कुमार के शव की पहचान उसके भाई ने कमर में बंधे धागे और कपड़े से की। विकास राय ने कपड़े से अपने पिता ललन के शव की पहचान की।
