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प्रेम प्रसंग में बाधक बनने पर मैनेजर की हुई थी हत्या

सकरा के मारकन चौक स्थित एक नर्सिंग होम के मैनेजर प्रभाकर कुमार उर्फ गुड्डू की हत्याकांड के चौथे दिन रविवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। प्रेम प्रसंग में बाधक बनने पर प्रभाकर की हत्या नर्सिंग होम के...

प्रेम प्रसंग में बाधक बनने पर मैनेजर की हुई थी हत्या
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरMon, 29 Jun 2020 01:57 AM
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सकरा के मारकन चौक स्थित एक नर्सिंग होम के मैनेजर प्रभाकर कुमार उर्फ गुड्डू की हत्याकांड के चौथे दिन रविवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। प्रेम प्रसंग में बाधक बनने पर प्रभाकर की हत्या नर्सिंग होम के कथित डॉक्टर सह संचालक व उसके रिश्तेदारों ने साजिश के तहत की थी।

एएसपी पूर्वी अमितेश कुमार के नेतृत्व में सकरा सर्किल इंस्पेक्टर शिव नारायण राम, थानाध्यक्ष रामनाथ प्रसाद, आईओ ललन कुमार व दारोगा राम उदय शर्मा ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर दर्जनभर लोगों को उठाया और अलग अगल थानों पर रखकर पूछताछ की। पुलिस की सक्रियता के कारण कांड शीघ्र उजागर हो गया। पूछताछ में गिरफ्तार नर्सिंग होम के कथित डॉक्टर प्रफूल्लचंद उर्फ विनय कुमार राज उगला। इसके बाद पुलिस ने प्रफूल्लचंद को जेल भेज दिया। इस हत्याकांड में शामिल कई अप्राथमिक अभियुक्तों पड़ोसी पंचायत के उप सरपंच नीतेश कुमार, मृतक का मामा मनीष कुमार, कन्हाई कुमार समेत एक अन्य को अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया है। इनलोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

नामजद अभियुक्त समेत सात को बांड पर छोड़ा

मैनेजर हत्या कांड में गिरफ्तार रुपेश कुमार समेत सात लोगों को सकरा पुलिस ने पीआर बांड पर छोड़ दिया है। बताया गया कि हत्याकांड को लेकर मृतक की मौसी सीमा कुमारी के बयान पर सकरा पुलिस ने रुपेश कुमार, कन्हाई कुमार को नामजद अभियुक्त बनाकर एफआईआर दर्ज की थी। लेकिन हत्या कांड का खुलासा होने के बाद गिरफ्तार रुपेश कुमार को भी पीआर बाउंड पर छोड़ दिया गया है। अब रुपेश अपनी पत्नी के श्राद्ध कर्म में शामिल कर पिंडदान कर सकेगा।

नर्सिंग होम के ऊपर रची गई थी हत्या की साजिश

सकरा पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर शिव नारायण राम ने बताया कि प्रभाकर बराबर प्रफुल्लचंद व मौसी के संबंध का विरोध करता था। प्रेम प्रसंग के विरोध करने से नाराज होकर एक साजिश के तहद प्रभाकर को अगवा कर हत्या की गयी। इसके बाद शव को रेल लाइन के बगल में फेंक दिया गया। इससे पहले प्रफूल्लचंद ने नर्सिंग होम के उपरी तल्ले पर स्थित अपने कमरे में मूर्गा व शराब की व्यवस्था की थी। फिर भोज खाने जाने का बहाना बनाया। वहां से लौटने के बाद मैनेजर का अपहरण कर हत्याकर हादसा दिखाने की नियत से शव को ट्रैक पर फेंक दिया। इस दौरान नर्सिग होम के एक कमरे में मृतक के छोटे भाई दिवाकर कुमार उर्फ गोलू और कर्मी धर्मेन्द्र कुमार को बंद कर दिया था। रुपेश जो एफआईआर में नामजद उसकी पत्नी की नर्सिंग होम में मौत हुई थी आवेश में उसने प्रभाकर को धमकी दी थी। इसी का फायदा उठाने के लिए साजिश रची गई। कांड की छानबीन अभी जारी है कुछ और लोगों को अप्राथमिक अभियुक्त बनाया जा सकता है।

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