मोतीझील से धावा दल के लौटते फिर अतिक्रमण
प्रशासन और अतिक्रमणकारियों के बीच लुका-छिपी के खेल से शहरवासी रोज बेदम हो रहे है। लंबी जद्दोजहद के बीच सोमवार को मोतीझील फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे से अतिक्रमण हटाया गया। पर, नगर निगम के धावा दल के हटते...
प्रशासन और अतिक्रमणकारियों के बीच लुका-छिपी के खेल से शहरवासी रोज बेदम हो रहे है। लंबी जद्दोजहद के बीच सोमवार को मोतीझील फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे से अतिक्रमण हटाया गया। पर, नगर निगम के धावा दल के हटते हीं फिर से फुटपाथी दुकानें पूर्व की तरह सज गईं। वाहनों की पार्किंग के लिए अतिक्रमण हटाने का अभियान मुकम्मल नहीं
हो पाया।
मोतीझील में नगर प्रबंधक ओम प्रकाश के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाया गया। लेकिन हस्र पुराना ही रहा। इसे दिखते हुए नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने अभियान के प्रभारी नगर उप आयुक्त रंधीर लाल और सहायक अभियंता नंद किशोर ओझा को अतिक्रमण हटाने के लिए ठोस उपाय करने का निर्देश दिया है।
नगर आयुक्त ने मोतीझील फ्लाईओवर के नीचे खाली कराये गए स्थान को रेड मार्क कर वहां लाल पेंट से ‘पार्किंग के लिए यह स्थान सुरक्षित है’ यह लिखने का आदेश दिया है। वहीं, नगर निगम के सहायक अभियंता को पटना के फ्लाईओवर की तर्ज पर यहां भी पार्किंग के लिए स्थल निर्माण कराकर उसकी घेराबंदी करने का आदेश दिया है। नगर आयुक्त के आदेश पर सहायक अभियंता ने स्थल का निरीक्षण कर इसका प्राक्कलन बनाना शुरू कर दिया है। नगर आयुक्त ने इस बारे में पूछने पर बताया कि इसके लिए कार्रवाई शुरू हो गई है। नगर आयुक्त ने बताया कि वे स्वयं स्थल निरीक्षण करेंगे।
अभियान का असर चंद घंटे भी नहीं , पुलिस बनी मूकदर्शक
इससे पहले सोमवार को कार्यालय खुलने के बाद नगर निगम की टीम मोतीझील से अतिक्रमण को हटाने के लिए 11 बजे दिन में नगर थाना के पास सिटी मैनेजर ओमप्रकाश और पूर्व टैक्स दारोगा नूर आलम के नेतृत्व में पहुंची। वहीं, निगम के धावा दल को देखते ही दुकानदारों ने दुकान हटाना शुरू कर दिया। फिर दल के वापस लौटते ही फुटपाथी दुकानदारों ने अपने स्टॉल और ठेले फिर से सजा लिये। यह स्थिति तब है जब समीप में नगर थाना है। और कई बार अतिक्रमण के लिए स्थानीय पुलिस की जवाबदेही भी तय की जाती रही है। पुलिस अतिक्रमण को मूकदर्शक बने देखते रहती है।