जिंदा रहते बुजुर्ग ने खुद का कराया श्राद्धकर्म
सोचिए, जिसके श्राद्ध का आप भोज खा रहे हैं और वही व्यक्ति आपको पकवान परोस रहा तो तो कैसा लगेगा। लेकिन गुरुवार की रात यही हुआ और लोगों ने छककर खाया भी। प्रखंड की तेपरी पंचायत के तेपरी गांव के शिवनगर...
सोचिए, जिसके श्राद्ध का आप भोज खा रहे हैं और वही व्यक्ति आपको पकवान परोस रहा तो तो कैसा लगेगा। लेकिन गुरुवार की रात यही हुआ और लोगों ने छककर खाया भी। प्रखंड की तेपरी पंचायत के तेपरी गांव के शिवनगर मणिपुर टोला निवासी 65 वर्षीय दुखित राय ने जीते जी अपना श्राद्धकर्म कराया। इससे गांव के लोग अजरच में हैं। पेशे से साधारण किसान दुखित राय को पुत्र नहीं है। एक बेटी है, जिसकी शादी कर चुके हैं। घर में बस पति-पत्नी हैं। शुक्रवार को दुखित राया ने बताया कि उनके मरने के बाद बेटी-दामाद श्राद्धकर्म करेंगे या नहीं, यह कौन जानता है। बिना श्राद्धकर्म के प्रेतयोनि से मुक्ति भी नहीं मिलती है। जो कुछ धन-दौलत है, वह मरने के बाद किसी काम के लिए नहीं रहेगी। इसलिए खुद के रहते श्राद्धकर्म कराने का निश्चय किया। श्राद्धकर्म का भोज खाने आए ग्रामीण शत्रुघ्न राय, राजेश राय व रामबहादुर राय आदि ने बाताया कि भोज की व्यवस्था बड़े धूमधाम से की गई थी। भोज में आए करीब 500 ग्रामीणों को दुखित राय ने स्टील का ग्लास भी भेंट किया गया। बहरहाल प्रखंड में इस तरह की किसी जीवित व्यक्ति द्वारा खुद का श्राद्ध कराना इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।