बैंक के हरेक कोने से परिचित थे अपराधी
बैंक डकैती में शामिल अपराधी बैंक के हरेक कोने से परिचित थे। उनके वारदात को अंजाम देने के तरीके से ऐसा प्रतीत हो रहा था। इसकी चर्चा जांच को गए पुलिसकर्मियों के बीच खुलकर हो रही थी। उनलोगों का कहना था...
बैंक डकैती में शामिल अपराधी बैंक के हरेक कोने से परिचित थे। उनके वारदात को अंजाम देने के तरीके से ऐसा प्रतीत हो रहा था। इसकी चर्चा जांच को गए पुलिसकर्मियों के बीच खुलकर हो रही थी। उनलोगों का कहना था कि वारदात को अंजाम देने से पूर्व अपराधियों ने रेकी जरूर की होगी। साथ ही लाइनर की भूमिका भी किसी ने निभाई होगी।
ग्राहकों के अनुसार, अपराधियों को यह पता था कि बैंक में सीसीटीवी लगा हुआ है। उसका हार्ड डिस्क मैनेजर के चेंबर में है। साथ ही वॉल्ट स्ट्रांग रूम में रखा हुआ है। इसकी चाबी किसके पास हो सकती है, अपराधियों को भी इसकी जानकारी थी। ग्राहकों ने बताया कि बैंक में घुसने के बाद फिल्मी तरीके से बैंक लूट की वारदात को अंजाम दिया।
बैंकों की सुरक्षा पर फिर से उठ रहे सवाल : इस कांड से बैंकों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। कुढ़नी के चंद्रहट्ठी शाखा की सुरक्षा चौकीदार रामा राय के जिम्मे थी। रामा राय की उम्र 55 वर्ष से अधिक है। इसके अलावा पुलिस की ओर से बैक सुरक्षा के लिए कोई गार्ड की प्रतिनियुक्ति नहीं की गई। हालांकि, स्थानीय थानेदार का कहना है कि पेट्रोलिंग टीम लगातार बैंकों की चेकिंग करती रहती है। मंगलवार की सुबह पेट्रोलिंग पार्टी ने बैंक को चेक किया था।
दो साल पहले भी हुई थी दो बैंकों में डकैती : अप्रैल और मई 2016 में अपराधियों ने काजी मोहम्मदपुर थाना के माड़ीपुर स्थित एक्सिस बैंक और सदर थाना के गोबरसही स्थित एसबीआई की एडीबी शाखा को निशाना बनाया था। एक्सिस बैंक से करीब 40 और एसबीआई से करीब 21.76 लाख रुपये लूटे थे। पुलिस ने दोनों घटनाओं को डिटेक्ट कर लिया था। कुछ रुपये भी बरामद किये थे। इन वारदातों के बाद पुलिस मुख्यालय ने बैंकों के आसपास पुलिस गश्ती तेज करने का निर्देश एसएसपी को दिया था। लेकिन, समय बीतने के साथ पेट्रोलिंग धीमी पड़ गई।