तय सीमा खत्म होने के बाद भी स्थानांतरण नहीं होने से आक्रोश
मुजफ्फरपुर में शिक्षकों ने स्थानांतरण प्रक्रिया में देरी को लेकर आक्रोश व्यक्त किया है। 60 हजार आवेदनों पर निर्णय न होने और नियमों में बदलाव के कारण शिक्षक सड़क पर उतरने की चेतावनी दे रहे हैं। शिक्षा...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। तय सीमा खत्म होने के बाद भी स्थानांतरण नहीं होने से शिक्षक अब आक्रोशित हो उठे हैं। विद्यालय अध्यापकों ने कहा है कि यदि शिक्षकों की मजबूरी को नहीं समझा गया तो वे आंदोलन के लिए सड़क पर उतरने को बाध्य हो जाएंगे। शिक्षकों ने कहा कि 60 हजार आवेदनों पर अबतक निर्णय नहीं हो पाया है। शेष आवेदकों के लिए विभाग ने पुनः आवेदन मंगाए और नियमों में बदलाव करते हुए तीन जिलों का विकल्प चुनने का निर्देश दिया। 2 सितंबर को शिक्षा विभाग के नए एसीएस डॉ. राजेंद्र ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि 5 से 13 सितंबर तक विकल्प भरे जाएंगे और 14 से 18 सितंबर के बीच जिला आवंटन किया जाएगा।
लेकिन, तय समय सीमा बीतने के बाद भी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ के प्रदेश महासचिव रवि सिंह ने कहा कि लगातार नियमों में बदलाव और बार-बार तिथि बढ़ाए जाने से शिक्षक आक्रोशित हैं। इसका असर विद्यालयों में पठन-पाठन पर भी पड़ रहा है। उन्होंने विभाग से चुनाव से पहले प्रक्रिया पूरी करने की मांग की। संघ के अध्यक्ष अनिश सिंह ने कहा कि विभाग पहले अनुमंडल स्तर, फिर 10 पंचायतों और अब तीन जिलों की बात कर रहा है, लेकिन इसके बावजूद प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ रही है। यदि शिक्षकों की मजबूरी को नहीं समझा गया तो वे आंदोलन के लिए सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। जिले के अंदर स्थानांतरण के लिए जिला कमेटी बनाई गई थी और ग्रीवांस भी लिए गए थे, लेकिन वह प्रक्रिया भी अबतक पूरी नहीं हो पाई है। इससे जिला स्तर पर स्थानांतरण चाहने वाले शिक्षक भी भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं।
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