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तकनीक से मजबूत नहीं बन पाए शिक्षक-विभाग, कमजोर छात्रों को नहीं मिल पाया लाभ

सरकारी स्कूलों के बच्चों तक जल्द सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए नई तकनीक शुरू तो की गई। मगर शिक्षक और अन्य विभागीय कर्मियों को तकनीकी रूप से मजबूत नहीं बना पाने से कमजोर छात्रों को योजनाओं का लाभ...

तकनीक से मजबूत नहीं बन पाए शिक्षक-विभाग, कमजोर छात्रों को नहीं मिल पाया लाभ
मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाताMon, 11 May 2020 04:19 PM
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सरकारी स्कूलों के बच्चों तक जल्द सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए नई तकनीक शुरू तो की गई। मगर शिक्षक और अन्य विभागीय कर्मियों को तकनीकी रूप से मजबूत नहीं बना पाने से कमजोर छात्रों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया। पहली बार डीबीटी के माध्यम से बच्चों को योजनाओं का लाभ दिए जाने के प्रयास के बीच सैकड़ों छात्र लाभ से वंचित हो गए हैं। पोशाक, छात्रवृति समेत कई योजनाओं का लाभ इस बार कई स्कूल के दर्जनों छात्रों को नहीं मिल पाएगा।
छात्रों की उपस्थिति, बैंक संबंधित जानकारी को पोर्टल पर सही से नहीं भरने के कारण छात्र खामियाजा भुगत रहे हैं। मेधा सॉफ्टवेयर के माध्यम से डीबीटी से राशि बच्चों के खाते में भेजी जानी है। लेकिन हेडमास्टर और बीईओ इसे समय से अपडेट नहीं कर पाए। अब यह वेब पोर्टल खुल नहीं रहा। ऐसे में सत्र 2019-20 की विभिन्न योजनाओं का लाभ कई स्कूल के बच्चों को नहीं मिल पाएगा।

यस-नो की मार्किंग पर भी लटका लाभ
मेधा सॉफ्टवेयर पर छात्रों की 75 फीसदी उपस्थिति के आगे यस या नो की मार्किंग करनी थी। जिले के कई स्कूल में यह अनमार्क मिला है। इन स्कूलों के हेडमास्टर से जवाब भी मांगा गया है। डीईओ डॉ. विमल ठाकुर ने इस संबंध में बीईओ मुरौल के साथ ही यहां के 10 स्कूलों से जवाब मांगा है। इसके अलावा मोतीपुर समेत कई प्रखंड में बच्चों का खाता संख्या मिसमैच रहा। इसकी वजह से इन बच्चों को इस बार का लाभ नहीं मिल पाएगा। इधर, स्कूल हेडमास्टरों का कहना है कि स्कूल में कम्प्यूटर की व्यवस्था नहीं है और ना ही अधिकांश शिक्षक बहुत ज्यादा तकनीक से जुड़े हैं। परेशानी आ रही है। इस संबंध में अधिकारियों को भी लिखा गया था।

 

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