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शो-रूम संचालक ने फायर ब्रिगेड से नहीं लिया था एनओसी

जिला अग्निशमन विभाग ने मोतीझील स्थित बाटा के शो-रूम में हुए भीषण अग्निकांड की फायर रिपोर्ट गुरुवार को जिला कमांडेंट कार्यालय को सौंपी है। रिपोर्ट के जरिए कई तरह की अनियमितता व लापरवाही का खुलासा किया...

शो-रूम संचालक ने फायर ब्रिगेड से नहीं लिया था एनओसी
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फरपुरFri, 15 Mar 2019 01:34 AM
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जिला अग्निशमन विभाग ने मोतीझील स्थित बाटा के शो-रूम में हुए भीषण अग्निकांड की फायर रिपोर्ट गुरुवार को जिला कमांडेंट कार्यालय को सौंपी है। रिपोर्ट के जरिए कई तरह की अनियमितता व लापरवाही का खुलासा किया गया है। शो-रूम संचालक ने फायर ब्रिगेड से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) नहीं लिया है। फायर ब्रिगेड की प्रारंभिक जांच में मामला संदेहास्पद प्रतीत हो रहा है। फिलहाल कई बिंदुओं पर जांच जारी है।

जिला कमांडेंट गौतम कुमार ने बताया कि अग्निशमन अधिकारी ने फायर रिपोर्ट कार्यालय को सौंपी है। प्रारंभिक जांच में आग लगने की वजह बिजली के शॉट सर्किट को बताया जा रहा है। हालांकि, यह भी कहा गया है कि आग लगने की दूसरी वजह भी हो सकती है। इसकी जांच की जा रही है। शो-रूम के संचालक को जांच के बाद मोटा जुर्माना भरना पड़ सकता है।

50 हजार तक हो सकता है जुर्माना : जिला कमांडेंट ने कहा कि फायर अधिनियम 2014 के अनुसार जिस कमर्शियल संस्थान ने फायर ब्रिगेड से एनओसी नहीं लिया है, उसके खिलाफ जुर्माने का प्रावधान है। पहली बार 50 हजार रुपये तक जुर्माना हो सकता है। इसके उल्लंघन करने पर तीन हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना किया जाता है। इसके बावजूद यदि संस्थान एनओसी नहीं लेता है तो उसे सील करने का भी प्रवाधान है।

दुकानदारों को भेजी जाएगी नोटिस : मोतीझील में छोटी-बड़ी पांच सौ से अधिक दुकानें हैं। जूता शो-रूम में आग लगने के बाद हुई जांच के बाद चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, मोतीझील के अधिकांश दुकानदारों ने फायर ब्रिगेड से एनओसी नहीं लिया है। अग्निशमन पदाधिकारी संतोष पांडेय ने बताया कि मोतीझील के दुकानदारों को एनओसी के लिए नोटिस भेजी जा रही है। यदि एनओसी नहीं लेते हैं तो उनके खिलाफ फायर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।

भड़क गए थे शो-रूम संचालक : अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि जूता के शो रूम संचालक से एनओसी के संबंध में जानकारी ली गई। इसपर उन्होंने अनभिज्ञता जतायी है। साथ ही वह भड़क गए। कहा कि एनओसी क्या होता है। फायर ब्रिगेड सिर्फ आग बुझाने के लिए होता है।

शो-रूम में जली पौन दो करोड़ की संपत्ति

शो-रूम संचालक संजीव कुमार झा ने गुरुवार को जिला अग्निशमन विभाग व नगर थाने को लिखित आवेदन दिया है। हादसे में डेढ़ से पौने दो करोड़ रुपये की क्षति होने की जानकारी दी है। इस संबंध में नगर थानेदार ओमप्रकाश ने सब-इंस्पेक्टर सुनील पंडित को जांच कर रिपोर्ट मांगी है। आवेदन के अनुसार, भीषण अग्निकांड में जूता शो-रूम की पहली और दूसरी मंजिल पूरी तरह जल गई। ग्राउंड तल का भी कुछ भाग आग की चपेट में आया। बताया कि करीब एक करोड़ 30 लाख मूल्य के जूते, चप्पल, बेल्ट, मोजा, पर्स आदि सामान जले हैं। दुकान का फर्नीचर भी जलकर राख हो गया। कुछ नकदी भी जलने की बात कही।

अग्निशमन टीम को एसडीओ ने किया पुरस्कृत

जूता शो-रूम में लगी भीषण आग पर तत्परता से काबू पाने और आसपास की दुकानों को जलने से बचाने के लिए गुरुवार को एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार ने जिला अग्निशमन विभाग की टीम को पुरस्कृत किया। टीम को प्रशस्ति पत्र के साथ एक-एक जीएस मार्का (गुड सर्विसेज) भी दिया है। विभाग के जिला कमांडेंट गौतम कुमार भी अग्निशमन टीम को पुरस्कृत करने के लिए विभाग के डीआईजी को अनुशंसा की है। इससे पहले डीएम और एसएसपी ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा बुधवार को की थी।

इनको मिला प्रशस्ति पत्र :

जिला अग्निशमन पदाधिकारी संतोष पांडेय, सियाराम प्रसाद, सत्यम कुमार, दुलन पासवान, मुकेश कुमार, कमलेश कुमार, राहुल सक्सेना, राजकुमार, भोला कुमार सिंह, कुंदन कुमार, देवेंद्र साह, रामनाथ सिंह, अजय कुमार, वीर बहादुर सहनी, प्रमोद कुमार मिश्रा, रामनरेश साह, गौरव कुमार, योगेंद्र राय, कुमोद शर्मा, संजीव कुमार चौधरी, नंद किशोर प्रसाद, नंदकिशोर पासवान, नागेंद्र सिंह, प्रिंस कुमार, मृगांक शेखर और रजनीश कुमार।

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