Ramvriksh Benipuri Jayanti Celebration A Tribute to the Literary and Political Icon पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं रामबृक्ष बेनीपुरी : डीएम, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsMuzaffarpur NewsRamvriksh Benipuri Jayanti Celebration A Tribute to the Literary and Political Icon

पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं रामबृक्ष बेनीपुरी : डीएम

मुजफ्फरपुर में रामबृक्ष बेनीपुर जयंती समारोह में डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि बेनीपुरी पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। कार्यक्रम में बेनीपुरी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। बेनीपुरी ने...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरMon, 23 Dec 2024 10:50 PM
share Share
Follow Us on
पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं रामबृक्ष बेनीपुरी : डीएम

मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। जिला परिषद सभागार में सोमवार को आयोजित रामबृक्ष बेनीपुर जयंती समारोह को संबोधित करते हुए डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि हम उन्हें पढ़ते हुए बड़े हुए और पीढ़ियों के लिए बेनीपुरी प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि बेनीपुरी के बारे में जितनी बातें की जाएं, वह कम है।

जयंती समारोह में डीएम सहित अन्य अधिकारियों एवं अतिथियों ने बेनीपुरी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धा निवेदित की। जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि रामवृक्ष बेनीपुरी जिन्हें कलम का जादूगर कहा जाता है साहित्य, पत्रकारिता और राजनीति में अपनी विशिष्ट अवदान के कारण जाने जाते हैं।

डॉ. पूनम सिन्हा ने बेनीपुरी जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। कहा कि माटी की मूरत के रचयिता बेनीपुरी सतत संघर्षरत रहे। बिहार में समाजवाद के प्रथम प्रकल्प, किसान आंदोलन के अग्रणी, युवाओं के हृदय में गुलामी के खिलाफ संघर्ष को लहरानेवाले, जो न झुके और न टूटे। डॉ. रवींद्र उपाध्याय ने भी बेनीपुरी के कृतृत्व को याद किया। बीआरएबीयू के पीजी मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. सतीश कुमार राय ने कहा कि बेनीपुरी ने महज 18 वर्ष की उम्र में असहयोग आंदोलन से जुड़कर अपनी दिशा तय कर ली थी। 1921 में उन्होंने तरुण भारत के साथ जुड़कर गुलामी के खिलाफ देश के युवाओं को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया। डॉ. रामप्रवेश सिंह ने भी बेनीपुरी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला और दिनकर तथा फणीश्वर नाथ रेणु की आंचलिकता और लोक संस्कृति से जोड़कर बड़े ही अनूठे ढंग से व्याख्यान को प्रस्तुत किया। साहित्यकार डॉ. संजय पंकज के वक्तव्य से कार्यक्रम का समापन हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं के स्वागत गान से हुई। व्याख्यान सत्र के मध्य में सत्यम कुमार झा ने ओडिसी नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। युवा कलाकार आशुतोष कुमार के गीत से श्रोता मंत्रमुग्ध थे। कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन जिला कला संस्कृति पदाधिकारी सुष्मिता झा ने किया। मौके पर अपर समाहर्ता लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी, वरीय उपसमाहर्ता आपदा प्रबंधन, वरीय उपसमाहर्ता विकास प्रशाखा, जिला भविष्य निधि पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।